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गेट फांदकर JPNIC परिसर में दाखिल हुए अखिलेश यादव, सुरक्षा कारणों का हवाला देकर गेट पर लगा था ताला

Locked in JPNIC, Akhilesh Yadav went inside by jumping the gate and made this allegation on Yogi government
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गेट फांदकर JPNIC परिसर में दाखिल हुए अखिलेश यादव।

जय प्रकाश नारायण की जयंती पर जेपीएनआईसी का गेट बंद किए जाने से नाराज सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उसको फांदकर भीतर प्रवेश कर गए।

Akhilesh Yadav News: जय प्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर आज सुबह राजधानी लखनऊ में जेपीएनआईसी (JPNIC) पर जोरदार हंगामा हुआ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ माल्यार्पण करने के लिए जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर पहुंचे, लेकिन इसके पहले ही एलडीए ने जेपीएनआईसी के मेन गेट पर ताला जड़ दिया। ताला बंद होने कारण अखिलेश यादव जेपीएनआईसी का गेट फांदकर अंदर गए।

इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी को दी गई थी जिसके लिए उन्होंने एलडीए को पत्र लिखकर पहले ही अनुमति मांगी थी। लेकिन एलडीए ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए गेट पर ताला लगवा दिया। अखिलेख यादव ने इस दौरान कहा कि सरकार ने कानून बनाया कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से नुकसान की वसूली की जाएगी। आज जेपीएनआईसी को नष्ट किया जा रहा है। इसके लिए सरकार को भी मुआवजा देना चाहिए।

क्या कहा पूर्व सीएम ने

इस मामले को लेकर इससे पहले अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट में लिखा था कि महान समाजवादी विचारक, सामाजिक न्याय के प्रबल प्रवक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर अब क्या सपा को माल्यार्पण करने से रोकने के लिए ये टिन की चद्दरें लगाकर जेपीएनआईसी का रास्ता रोका जा रहा है।

बीजेपी को यही मंजूर है तो यही सही-अखिलेश

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आगे कहा कि सच ये है कि बीजेपी लोकनायक जयप्रकाश जी के भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ छेड़े गये आंदोलन की स्मृति को दोहराने से डर रही है क्योंकि बीजेपी के राज में तो भ्रष्टाचार, बेकारी-बेरोजगारी और महंगाई तब से कई गुना ज्यादा है। अब क्या माल्यार्पण के लिए भी जयप्रकाश नारायण जी की तरह सम्पूर्ण क्रान्ति का आह्वान करना पड़ेगा। अगर बीजेपी को यही मंजूर है तो यही सही।

जेपीएनआईसी को लेकर सरकार और सपा में लंबी तकरार

जेपीएनआईसी को लेकर समाजवादी पार्टी और योगी सरकार में 2017 से ही विवाद चल रहा है। जेपीएनआईसी अखिलेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद इस प्रोजेक्ट को रोक लगा दी। इस प्रोजेक्ट पर सरकार ने कई आरोप भी लगाए गए हैं। पिछले दिनों अखिलेश यादव ने कुछ चैनलों को इंटरव्यू भी जेपीएनआईसी का खस्ता हाल दिखाते हुए दिया था जिसके बाद मौजूदा एलडीए के कर्मियों पर कार्रवाई भी हुई थी।

क्यों जाने से रोका गया

सपा प्रवक्ता अमीक जमई के मुताबिक परमिशन न देते हुए एलडीए ने कहा कि सुरक्षा कारणों से अंदर नहीं जाने दिया गया है। कारणों में एक कारण अंदर साफ सफाई भी न होने की बात कही गई है। अमीक जमाई ने सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी लगातार स्वच्छता अभियान की बात कहती है पर वह जयप्रकाश जी के स्मृति में बने स्थान पर साफ सफाई में पीछे रह रही है तो किस बात का स्वच्छता अभियान है।

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उद् भव त्रिपाठी

उद् भव त्रिपाठी

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज से स्नातक पूर्ण किया हूं। पढ़ाई के दौरान ही दैनिक जागरण प्रयागराज में बतौर रिपोर्टर दो माह के कार्य का अनुभव भी प्राप्त है। स्नातक पूर्ण होने के पश्चात् ही कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा haribhoomi.com में एक्सप्लेनर राइटर के रूप में चार महीने का अनुभव प्राप्त है। वर्तमान में Special Coverage News में न्यूज राइटर के रूप में कार्यरत हूं। अध्ययन के साथ साथ ही कंटेंट राइटिंग और लप्रेक लिखने में विशेष रुचि है।

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