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उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन? भाजपा के सामने ये हैं तीन विकल्प, धामी की दावेदारी मजबूत

उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन? भाजपा के सामने ये हैं तीन विकल्प, धामी की दावेदारी मजबूत
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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल करने के बाद भी सरकार के गठन और मुख्यमंत्री के नाम को तय करने के लिए भाजपा में कश्मकश जारी है नए मुख्यमंत्री के चयन की तैयारी के बीच भाजपा नेताओं की दिल्ली दौड़ शुरू हो गई । शनिवार को पार्टी के दो वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री दिल्ली रवाना हो गए। जबकि, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने राष्ट्रीय महासचिव-संगठन बीएल संतोष से मुलाकात की। सीएम के चयन में भाजपा नेतृत्व के सामने फिलहाल तीन विकल्प हैं।

प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी रविवार को दिल्ली जा सकते हैं। उधर, रुड़की और गंगोलीहाट के भाजपा विधायकों ने भी धामी को सीएम बनाने पर उनके लिए सीट खाली करने की बात कही है। अब तक सात विधायक धामी को सीट ऑफर कर चुके हैं।

महाराज और सुबोध पहुंचे दिल्ली

शनिवार को सबसे पहले कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज दिल्ली पहुंचे। देर शाम कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी दिल्ली पहुंच गए। सूत्रों के अनुसार दोनों की दिल्ली में बड़े नेताओं से मुलाकात हुई है। शनिवार को केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी राष्ट्रीय महासचिव संगठन से मुलाकात की है। भाजपा सूत्रों ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी रविवार को दिल्ली रवाना हो रहे हैं। राज्य में भाजपा ने 47 विधायकों के साथ सत्ता में वापसी की है। लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चुनाव हार जाने की वजह से अब नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर मंथन किया जा रहा है।

प्रह्लाद जोशी और विजयवर्गीय सौंपेंगे रिपोर्ट

भाजपा नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री को लेकर निर्णय में अभी वक्त लग सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अभी गुजरात के दौरे पर हैं। उनके दिल्ली लौटने पर राज्य के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय उन्हें राज्य के चुनाव परिणामों को लेकर रिपोर्ट देंगे। उसके बाद ही मुख्यमंत्री के नाम पर कोई निर्णय लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री को लेकर तीन विकल्पों पर विचार की चर्चा

सीएम के चयन में भाजपा नेतृत्व के सामने फिलहाल तीन विकल्प हैं। सूत्रों के अनुसार पार्टी का एक धड़ा मुख्यमंत्री धामी को ही दुबारा सीएम बनाने की वकालत कर रहा है। जबकि विधायकों से मुख्यमंत्री बनाने की पैरवी करने वालों की संख्या भी कम नहीं है। इसके साथ ही एक तीसरा विकल्प विधायकों से बाहर किसी सांसद को मुख्यमंत्री बनाने का भी है। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री के नाम पर विचार के दौरान 2024 के लोकसभा चुनावों को भी ध्यान में रखा जाना है।

धन सिंह ने धामी से, ऋतु ने त्रिवेंद्र से की मुलाकात

कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से उनके आवास पर मुलाकात की। साथ ही धन सिंह राज्यपाल से मुलाकात के लिए राजभवन भी पहुंचे। उधर, विधायक ऋतु खंडूड़ी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की।

ऋतु खंडूड़ी को सीएम बनाने के नारे लगे

कोटद्वार सीट से जीत के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंची विधायक ऋतु खंडूड़ी का जोरदार स्वागत किया गया। महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने इस दौरान ढोल की थाप पर नृत्य किया और उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर नारे लगाए।

अपने क्षेत्र में ज्यादा समय देता तो जीत जाता : धामी

उत्तराखंड बाल आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना ने शनिवार को कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके आवास पर मिलकर उन्हें प्रदेश में पार्टी की जीत पर बधाई दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुद चुनाव हार गए, लेकिन पार्टी चुनाव जीत गई।

पार्टी नेतृत्व ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी उस पर वह खरे उतरे हैं। सीएम ने कहा कि चुनाव में यदि अपने क्षेत्र में अधिक समय देते तो शायद चुनाव जीत जाते पर लेकिन यदि पार्टी का प्रदर्शन खराब हो जाता तो अपने वरिष्ठ नेतृत्व को क्या जवाब देता, जिसने इतने भरोसे के साथ उन्हें चुनाव कमान सौंपी थी। सीएम ने कहा कि उन्हें संतोष है कि पार्टी चुनाव जीती है और उन्होंने पार्टी नेतृत्व का भरोसा नहीं टूटने दिया। पूर्व राज्य सूचना आयुक्त विनोद नौटियाल भी सीएम आवास में कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई देने पहुंचे थे।


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