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इस साल इन तीन इकनॉमिस्ट ने जीता अर्थशास्त्र का नोबेल, जानें- ऐसी क्या रही उपलब्धि
नई दिल्ली : Economics Nobel for 2021: इस साल अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार अमेरिका स्थित तीन अर्थशास्त्रियों ने जीता है। ये तीन अर्थशास्त्री हैं- डेविड कार्ड (David Card), जोशुआ डी एंग्रिस्ट (Joshua Angrist) और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स (Guido Imbens)। इन्हें अनपेक्षित प्रयोगों, या तथाकथित "नेचुरल एक्सपेरिमेंट्स" से निष्कर्ष निकालने पर काम करने के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला है। पुरस्कार का 50 फीसदी डेविड कार्ड को दिया गया है और दूसरा आधा हिस्सा संयुक्त रूप से एंग्रिस्ट और इम्बेन्स को दिया गया।
डेविड कार्ड बर्कले में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से हैं। वहीं जोशुआ एंग्रिस्ट, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से और गुइडो इम्बेन्स स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से हैं। कार्ड कनाडाई मूल हैं, एंग्रिस्ट एक अमेरिकी नागरिक हैं जबकि इम्बेन्स की राष्ट्रीयता डच है।
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज देती है यह नोबेल
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने कहा कि तीनों ने इकनॉमिक साइंसेज में अनुभवजन्य/प्रयोगसिद्ध कार्य को पूरी तरह से नया रूप दिया है। इकनॉमिक साइंसेज के लिए नोबेल रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा प्रदान किए गए अन्य नोबेल से इस अर्थ में अलग है कि इसे आधिकारिक तौर पर एक अलग नाम से जाना जाता है।
आधिकारिक तौर पर इसे इकनॉमिक साइंसेज में Sveriges Riksbank पुरस्कार कहा जाता है, इस पुरस्कार की स्थापना 1968 में Sveriges Riksbank (स्वीडन का केंद्रीय बैंक) द्वारा अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में की गई थी। यह तब से अकादमी द्वारा उन्हीं सिद्धांतों के अनुसार प्रदान किया जाता रहा है, जो 1901 से प्रदान किए गए नोबेल पुरस्कारों के लिए हैं। यह पुरस्कार बैंक की 300वीं वर्षगांठ के अवसर पर नोबेल फाउंडेशन को 1968 में Sveriges Riksbank से मिले दान पर आधारित है।
ऐसे होता है नामांकन
इस पुरस्कार के लिए नामांकन केवल आमंत्रण द्वारा होते हैं, और नामांकित व्यक्तियों के नाम 50 वर्ष बाद तक प्रकट नहीं किए जा सकते हैं। नामांकन की जांच और अंतिम उम्मीदवारों के चयन के बाद, आर्थिक विज्ञान पुरस्कार समिति द्वारा अनुशंसित उम्मीदवारों में से अकादमी द्वारा विजेता का चयन किया जाता है। इकनॉमिक साइंसेज में प्रथम पुरस्कार 1969 में राग्नार फ्रिस्क और जान टिनबर्गेन को प्रदान किया गया था।
अब तक दो भारतीयों ने जीता है अर्थशास्त्र में नोबेल
अब तक दो भारतीय ऐसे हैं, जिन्होंने अर्थशास्त्र का नोबेल जीता है। पहले व्यक्ति अमर्त्य सेन हैं, जिन्होंने 1998 में पुरस्कार प्राप्त किया था और दूसरे अभिजीत बनर्जी हैं जिन्हें 2019 में अर्थशास्त्र का नोबेल मिला। हालांकि कोलकाता में जन्मे बनर्जी ने पुरस्कार जीतने पर अमेरिकी नागरिकता ले ली थी। सबसे अधिक अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेता अमेरिका से हैं।