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नोएडा विकास प्राधिकरण एव यूपी स्टेट ब्रिज कारपोरेशन की मिलीभगत से करोड़ों की मिट्टी घोटाला

Shiv Kumar Mishra
3 Jan 2021 5:35 AM GMT
नोएडा विकास प्राधिकरण एव यूपी स्टेट ब्रिज कारपोरेशन की मिलीभगत से करोड़ों की मिट्टी घोटाला
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प्राधिकरण, पुलिस एव यूपी स्टेट ब्रिज कारपोरेशन की अनैतिक लाभ में किसकी कितनी भागीदारी किसका कितना लाभ?

नोएडा। नोएडा विकास प्राधिकरण द्वारा यूपी स्टेट ब्रिज कारपोरेशन के नाम आगापुर से सेक्टर 82 तक 5.5 किलोमीटर लम्बाई का ओवरब्रिज बनाने का टेण्डर आवण्टित किया गया, जिसकी जेसीबी द्वारा मिट्टी खुदाई का कार्य जारी है, अब ग़ौरतलब बात यह है कि, आमजन मानस की दृष्टि में शहरी विकास एव सुन्दरीकरण का प्रतीक है किन्तु, विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी एव संकलित साक्ष्यों के आधार पर ज्ञात हुआ कि, सुंदरीकरण एव विकास की आड़ में स्थानीय थाना सेक्टर-49 पुलिस, नोएडा प्राधिकरण तथा यूपी स्टेट ब्रिज कारपोरेशन की मिलीभगत से बेस कीमती मिट्टी का अवैध सौदा एव धंधा किया जा रहा है। काश कि, अनैतिक कमाई के भूँखे भेड़ियों को तनिक भी आभाष होता कि, इसी मिट्टी के लिये हमारे देश के सैनिक लेह, लद्दाख एव सियाचिन की पहाड़ियों पर माइनस डिग्री तापमान में प्राणों की आहुति देते हुये गौरवान्वित होते हैं, एक तरफ मिट्टी माफिया अनैतिक धनलोभ के वशीभूत, कलयुगी दुशाशन बनकर, मिट्टी का चीरहरण कर करोड़ो के वारे न्यारे कर रहे हैं।

विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी की पुष्टि हेतु, पत्रकार ने स्वयं मौके पर पहुँचकर साइट अभियन्ता से वार्ता की, साइट अभियन्ता ने कुल प्रोजेक्ट की लेंथ एव साइज के बारे बताया कि, कुल प्रोजेक्ट की लागत 6 सौ करोड़ का है, तथा वह वर्तमान कार्य प्रगति स्थल भंगेल से मिट्टी हटाकर, सेक्टर 107 नोएडा विकास प्राधिकरण के प्लाट संख्या 88 में मिट्टी पार्क कर रहे हैं, ताकि भविष्य में पुनः इसी मिट्टी प्रोजेक्ट में उपयोग किया जा सके किन्तु, यथार्थ के धरातल पर खेल कुछ और ही है, पत्रकार द्वारा गोपनीय तरीके से किये गए ट्रक का पीछा, तो पता चला कि, मिट्टी पार्किंग स्थल की वजाय निज लाभ हेतु, अन्यत्र ही अवैध रूप से विक्रय की जा रही है। सचमुच, धन लोभियों की दृष्टि में मिट्टी हो या माँ सौदा फायदे का होना चाहिए कोई फर्क नहीं पड़ता।

शेष अगले अंक में। कौन कितने पानी में?

प्राधिकरण, पुलिस एव यूपी स्टेट ब्रिज कारपोरेशन की अनैतिक लाभ में किसकी कितनी भागीदारी किसका कितना लाभ?

डॉ0वी0के0सिंह।

(वरिष्ठ पत्रकार)

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