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कौन थीं कमला भसीन? जिनका 75 साल की उम्र में निधन हो गया
मशहूर लेखिका और समाजिक कार्यकर्ता कमला भसीन का 75 साल की उम्र में शनिवार को निधन हो गया। बताया जा रहा है कि भसीन ने तड़के करीब तीन बजे अंतिम सांस ली। कमला भसीन के निधन से सामाजिक कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई।
आपको बता दें कि भारत और अन्य दक्षिण एशियाई देशों में महिला आंदोलन में भसीन एक प्रमुख आवाज रही हैं। सामाजिक सगंठनों ने कहा है कि कमला भसीन के निधन से महिलावादी आंदोलन समेत सभी जन आंदोलनों की अपूरणीय क्षति हुई है।
सामाजिक कार्यकर्ता कविता श्रीवास्तव ने ट्विटर पर जानकारी शेयर करते हुए लिखा कि भसीन ने तड़के करीब तीन बजे अंतिम सांस ली। यह भारत और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में महिला आंदोलन के लिए एक बड़ा झटका है। उन्होंने जीवन को विपरीत परिस्थितियों में मनाया। कमला आप हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।
Kamla Bhasin, our dear friend, passed away around 3am today 25th Sept. This is a big setback for the women's movement in India and the South Asian region. She celebrated life whatever the adversity. Kamla you will always live in our hearts. In Sisterhood, which is in deep grief pic.twitter.com/aQA6QidVEl
— Kavita Srivastava (@kavisriv) September 25, 2021
कौन थीं कमला भसीन?
भसीन 1970 के दशक से भारत के साथ-साथ अन्य दक्षिण एशियाई देशों में महिला आंदोलन की एक एक प्रमुख आवाज रही हैं. 2002 में, उन्होंने नारीवादी नेटवर्क 'संगत' की स्थापना की, जो ग्रामीण और आदिवासी समुदायों की वंचित महिलाओं के साथ काम करती है. वे अक्सर नाटकों, गीतों और कला जैसे गैर-साहित्यिक साधनों का उपयोग करके समाज में महिला उत्थान के लिए काम करतीं थीं. भसीन ने नारीवाद और पितृसत्ता को समझने पर कई किताबें लिखी हैं, जिनमें से कई का 30 से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया गया.