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संजय करोल ने किया बाल मित्र न्यायालय का उद्घाटन, बोले - हमारे लिए सिर्फ एक ही पुस्तक है भारत का संविधान
गोपालगंज।पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति संजय करोल ने कहा कि कोरोना काल के दौरान न्यायालयों में नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया। इस टेक्नोलॉजी का फायदा भी हुआ। बिहार में कोरोना काल में भी न्यायालयों में कामकाज जारी रहा। अब जरूरत इस बात की है कि कोरोना काल ) में शुरू हुई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल आगे भी जारी रहे।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि- '24 मार्च 2020 को कोरोना काल प्रारंभ होने के बाद न्यायालय के कामकाज को नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से आगे बढ़ाया गया। यहीं कारण रहा कि पूरे बिहार में न्यायालयों में कामकाज जारी रहा। इस टेक्नोलॉजी को भूलने की जरूरत नहीं है इसका आगे और बेहतर तरीके से इस्तेमाल होना चाहिए।कोरोना की अवधि में न्यायिक पदाधिकारियों ने भी पूरी लगन के साथ काम किया। न्यायालय न्याय का मंदिर है, हमारे लिए सिर्फ एक ही पुस्तक है भारत का संविधान।'
32 करोड़ की लागत से बनाये गए व्यवहार न्यायालय के नए भवन का उद्घाटन हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल ने फीता काट कर किया। नए न्यायालय भवन का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि- 'मैं इस कार्यक्रम के माध्यम से वचन देना चाहता हूं कि न्याय सबके लिए है और इसी दिशा में कार्य भी होगा। सभी लोग यह जानते हैं कि देश सबका है लेकिन आज हम सभी का यह दायित्व है कि हम शपथ लें कि हम सब देश के लिए हैं।'
उन्होंने कहा कि यही हमारी सोच होनी चाहिए कि हम सब देश के लिए हैं।जब हमारी सोच ऐसी होगी तो हम देख पाएंगे कि देश सोने की चिड़िया होगी।कार्यक्रम में जिले के निरीक्षी न्यायाधीश मोहित कुमार साह, न्यायमूर्ति अंजनी कुमार शरण, न्यायमूर्ति अनिल कुमार सिन्हा, न्यायमूर्ति एसके पनवार तथा न्यायमूर्ति मधुरेश प्रसाद, न्यायमूर्ति सत्यव्रत वर्मा, न्यायमूर्ति राजेश कुमार वर्मा आदि मौजूद रहे।साथ ही न्यायालय परिसर में बनाए गए बाल मित्र न्यायालय का भी उद्घाटन किया गया।
पटना उच्च न्यायालय के तमाम न्यायाधीशों का जिला एवं सत्र न्यायाधीश विष्णुदेव उपाध्याय ने स्वागत किया।इस मौके पर बार काउंसिल आफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा, पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता वाईवी गिरी, जिलाधिकारी डा. नवल किशोर चौधरी, एसपी आनंद कुमार, जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष प्रेमनाथ मिश्रा, तमाम न्यायिक पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस भवन में कुल 24 न्यायालय कक्ष बनाए गए हैं। न्यायालय परिसर में पहुंचने के बाद मुख्य न्यायाधीश संजय करोल को गार्ड ऑफ आनर दिया गया।
न्यायालय में पहुंचने के बाद मुख्य न्यायाधीश व पटना उच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीशों ने नए न्यायालय भवन परिसर में पौधरोपण किया।उन्होंने पौधरोपण के बाद न्यायालय भवन का निरीक्षण भी किया। मुख्य न्यायाधीश ने जिले में आने के बाद थावे दुर्गा मंदिर व लछवार दुर्गा मंदिर सहित कई मंदिरों में पहुंचकर मां की पूजा अर्चना भी की।मुख्य न्यायाधीश के आगमन को लेकर न्यायालय परिसर में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया। सुबह से ही भारी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती न्यायालय परिसर में की गई थी। खुद जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक भी न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने में लगे रहे। एसडीओ सदर व एसडीपीओ भी कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे।