Top Stories

PM Kisan Yojana: अभी तक भी खाते में नहीं पहुंची 17वीं किस्त, यहां मिलेगा समाधान

Special Coverage Desk Editor
2 July 2024 11:17 AM IST
PM Kisan Yojana: अभी तक भी खाते में नहीं पहुंची 17वीं किस्त, यहां मिलेगा समाधान
x
PM Kisan Yojana 17th kist: अगर आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी हैं, साथ ही अभी तक भी आपके खाते में 17वीं किस्त के 2000 रुपए नहीं पहुंचे हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है.

PM Kisan Yojana 17th kist: अगर आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी हैं, साथ ही अभी तक भी आपके खाते में 17वीं किस्त के 2000 रुपए नहीं पहुंचे हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. इस खबर में आपकी काफी मुश्किल हल हो सकती है. आपको बता दें कि हाल ही में 18 जून को पीएम मोदी ने वाराणसी दौरे के दौरान 17वीं किस्त देश के 9.26 करोड़ किसानों के खाते में ट्रांसफर की है. लेकिन जानकारी मिल रही है अभी भी लाखों किसानों के खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का पैसा नहीं पहुंचा है. ऐसे किसान बैंक के चक्कर लगा रहे हैं. यदि आप भी उन्हीं में से हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है..

किस्त अटकने के पीछे के कारण

यदि आपको भी अभी तक 17वीं किस्त का लाभ नहीं मिला है. इसके पीछे तीन मुख्य कारण हो सकते हैं. यानि आपने अभी तक ईकेवाईसी नहीं कराया है. यदि ईकेवाईसी करा लिया है तो भूलेख सत्यापन नहीं कराया है. क्योंकि देश में लगभग 2 करोड़ से ज्यादा किसान ऐसे हैं जिन्होने सरकार द्वारा जारी नियमों को फॅालो नहीं किया है. ऐसे किसानों को 17 वीं किस्त के लाभ से वंचित कर दिया गया है. इन दोनों ही नियमों को फॅालो न करने वाले किसानों को भी लाभार्थियों की सूची से बाहर रखा गया था. यदि आप भी इन्हीं में से हैं तो कृपया करके समय रहते तीनों काम कर लो. ताकि 18वीं किस्त के साथ ही 17वीं किस्त का पैसा भी मिल जाए...

ये है स्टेटस चैक करने का तरीका

आज सभी लाभार्थियों के खाते में 14वीं किस्त पहुंच चुकी है. स्टेटस चैक करने के लिए आपको सबसे पहले अधिकारिक पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाना होगा. वहां जाकर आपको Know Your Status वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है. इसके बाद मांगे गए स्थान पर आपको रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करना होगा. स्क्रीन पर दिए हुए कैप्चा कोड को भरने के बाद सब्मिट के ऑप्शन पर क्लिक करें. जिसके बाद आपकी स्क्रीन पर आपका पूरा ब्योरा आ जाएगा.

Special Coverage Desk Editor

Special Coverage Desk Editor

    Next Story