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Preethi Pal: पेरिस पैरालंपिक में प्रीति पाल ने जीता दूसरा मेडल, तो PM मोदी ने कुछ इस तरह दी बधाई

Special Coverage Desk Editor
2 Sept 2024 11:30 AM IST
Preethi Pal: पेरिस पैरालंपिक में प्रीति पाल ने जीता दूसरा मेडल, तो PM मोदी ने कुछ इस तरह दी बधाई
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Preethi Pal: प्रीति ने रविवार को महिलाओं की 200 मीटर टी35 श्रेणी में ब्रॉन्ज जीत लिया है. उनकी इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया.

Preethi Pal Won 2nd Medal In Paris Paralympics 2024: भारतीय रनर प्रीति पाल ने रविवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए पेरिस पैरालंपिक 2024 में दूसरा मेडल जीत लिया. प्रीमि ने महिलाओं की 200 मीटर टी35 कैटगिरी में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया है. प्रीति का ये मेडल भारत का इस पैरालंपिक में 6वां मेडल है. उनकी इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर बधाई दी. आइए आपको बताते हैं पीएम ने पोस्ट में क्या-क्या लिखा.

PM मोदी ने दी बधाई

प्रीति पाल जज्बे का जीता जागता सबूत हैं. उन्होंने पेरिस पैरालंपिक 2024 में दूसरा ब्रॉन्ज मेडल जीता, जो पेरिस में चल रहे खेलों में भारत का दूसरा पैरा एथलेटिक्स मेडल भी है. उनकी इस अचीवमेंट पर पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए सराहा. उन्होंने लिखा- ''प्रीति पाल ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. प्रीति ने महिलाओं की 200 मीटर T35 स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता, जो उनका पैरालंपिक 2024 में दूसरा मेडल है. वह भारत के लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं. उनका समर्पण कमाल का है.''

प्रीति का कमाल

प्रीति ने रविवार को महिलाओं की 200 मीटर टी35 श्रेणी में ब्रॉन्ज जीत लिया है. उन्होंने 30.01 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ यह कमाल किया. इससे पहले प्रीति ने शुक्रवार को महिलाओं की 100 मीटर टी 35 दौड़ में कांस्य जीता, जो भारत का पैरालंपिक ट्रैक स्पर्धा में पहला एथलेटिक्स पदक था. बताते चलें, पेरिस पैरालंपिक 2024 के चौथे दिन भारत ने 2 मेडल जीते. जहां, प्रीति ने ब्रॉन्ज जीता, वहीं हाई जंप में निषाद कुमार ने सिल्वर मेडल जीता. इस तरह भारत के खाते में 7 मेडल्स आ गए हैं.

प्रीति के संघर्ष की कहानी

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से ताल्लुख रखने वाली प्रीति ने छोटी से उम्र में कई दिक्कतों का सामना किया. घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी. इतना ही नहीं कमजोर और असामान्य पैर की स्थिति के कारण पैदा होने के 6 दिन बाद ही शरीर के निचले हिस्से पर प्लास्टर बांधना पड़ा था. उनका सालों तक इलाज चला, लेकिन कोई खास फायदा नहीं हुआ. प्रीति को पांच साल की उम्र में कैलिपर पहनना पड़ा जिसका आठ सालों तक उन्होंने उपयोग किया. मगर प्रीति के अंदर जज्बा था और कम उम्र में ही वह ट्रेनिंग के लिए दिल्ली आ गईं. फिर उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से सपना पूरा किया और पेरिस पैरालंपिक 2024 में 2 मेडल जीतकर अपने परिवार और देश का नाम रौशन किया.

Special Coverage Desk Editor

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