Top Stories

80 साल की उम्र में राजा महमूदाबाद ने ली आखिरी सांस, यहां जानिए कौन थे राजा महमूदाबाद जिनके पास है 50,000 करोड़ रुपये की संपत्ति

Raja Mahmudabad died at the age of 80. He was the owner of property worth thousands of crores
x

80 साल की उम्र में राजा महमूदाबाद ने ली आखिरी सांस।

राजा महमूदाबाद के नाम से मशहूर मो. अमीर मोहम्मद खान का बुधवार तड़के लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया।

UP News: राजा महमूदाबाद के नाम से मशहूर मो. अमीर मोहम्मद खान ने लंबी बीमारी के चलते इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। 80 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली। बुधवार की शाम सीतापुर जिले के मोहम्मदाबाद कर्बला में उन्हें सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। मोहम्मद अमीर मोहम्मद खान की रियासत सीतापुर से लेकर लखनऊ तक फैली हुई है। उन्हें सामाजिक कार्यों के लिए जाना जाता है। साल 1985 से लेकर 1989 तक वो कांग्रेस से भी जुड़े रहे और महमूदाबाद विधानसभा से विधायक भी रहे हैं।

राजा महमूदाबाद का नाम कई मायनों में खास रहा है। उनके बेटे प्रोफेसर अली खान ने सोशल मीडिया के जरिए उनके निधन की जानकारी दी और उनके लिए प्रार्थना करने की अपील की। मोहम्मद अमीर मोहम्मद खान अकूत संपत्ति के मालिक थे। लखनऊ में आधा हजरतगंज आज भी उनके मालिकाना क्षेत्र में आता है। यही नहीं उनकी और उनके परिजनों की इराक, पाकिस्तान समेत कई दूसरे देशों में भी संपत्तियां हैं। लखनऊ के बटलर पैलेस, महमूदाबाद मेंशन, हलवासिया मॉर्केट, लारी बिल्डिंग, मलका जमानिया- गोलागंज समेत सीतापुर में एसपी, डीएम, सीएमओ आवास पर भी इन्हीं का मालिकाना हक है।

अकूत संपत्ति के मालिक थे राजा मोहम्मदाबाद

राजा महमूदाबाद का नाम उस वक्त भी सुर्खियों में रहा ता जब शत्रु संपत्ति अधिनियम के तहत सरकार द्वारा उनकी संपत्तियों को जब्त कर लिया था, जिसके बाद अपनी विरासत को वापस पाने के लिए उन्होंने चार दशक तक लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी थी। साल 2006 में सरकारी अनुमान के अनुसार उनके पास कुल 50,000 करोड़ रुपये की संपत्ति है।

अखिलेश यादव ने जताया दुख

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनके निधन पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "राजा महमूदाबाद जनाब मोहम्मद अमीर मोहम्मद खान साहब का इंतकाल, अत्यंत दुखद. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें. दुःख की इस घड़ी में समस्त परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो. विनम्र श्रद्धांजलि।"

Also Read: देवरिया हत्याकांड के बाद सीएम ने दिया आदेश, अब जमीन विवाद का 48 घंटों में करना होगा निपटारा, नहीं तो नपेंगे अफसर

उद् भव त्रिपाठी

उद् भव त्रिपाठी

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज से स्नातक पूर्ण किया हूं। पढ़ाई के दौरान ही दैनिक जागरण प्रयागराज में बतौर रिपोर्टर दो माह के कार्य का अनुभव भी प्राप्त है। स्नातक पूर्ण होने के पश्चात् ही कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा haribhoomi.com में एक्सप्लेनर राइटर के रूप में चार महीने का अनुभव प्राप्त है। वर्तमान में Special Coverage News में न्यूज राइटर के रूप में कार्यरत हूं। अध्ययन के साथ साथ ही कंटेंट राइटिंग और लप्रेक लिखने में विशेष रुचि है।

    Next Story