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3 दिन में केवल 2 बार परिवार से मिला, राम रहिम आखिर क्यों बनाई 'अपनों' से दूरी, हनीप्रीत से भी कम हुई मुलाकात
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फरलो का बुधवार को तीसरा दिन था। बुधवार को करनाल के एक पुलिस अधिकारी गुरुग्राम नामचर्चा घर पर पहुंचे। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इधर, डेरा प्रमुख ने इन 3 दिनों में केवल दो बार ही अपने परिवार वालों से मुलाकात की।
डेरा प्रमुख नामचर्चा घर की तीसरी मंजिल पर है, वह एक बार ही नीचे उतरा। किसी से भी नहीं मिल रहा। उसका परिवार पहली मंजिल पर है, जबकि दूसरी मंजिल पर पुलिस तैनात है। ग्राउंड फ्लोर पर सेवादार तैनात हैं। डेरा प्रमुख हनीप्रीत से भी ज्यादा देर नहीं मिला। हनीप्रीत नामचर्चा घर से जा चुकी है। डेरा प्रमुख के परिवार और हनीप्रीत के बीच भी कोई बातचीत नहीं है।
खबरों के अनुसार राम रहीम किसी भी तरह से लाइम लाइट में रहना नहीं चाहते हैं. यही कारण है कि रहीम ने अपने करीबी लोगों से भी मुलाकात को सीमित कर रखा है. यहां तक की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत से भी वे बहुत कम समय के लिए मिले थे. हनीप्रीत उन्हें गुरुग्राम छोड़ने आई थी, उसके बाद रहीम ने बस कुछ देर ही हनीप्रीत से बातचीत की थी.
जेल से बाहर तीन सप्ताह की फरलो पर जब रहीम गुरुग्राम गए थे तो हनीप्रीत भी साथ गई थी. वह सिरसा डेरे से परिवार के साथ रोहतक पहुंची थी. परिजनों में राम रहीम के बेटे जसमीत, उसकी दो बेटियां व हनीप्रीत शामिल थी. बताया जा रहा है कि फरलो के बावजूद राम रहीम किसी आयोजन या कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेना चाहते हैं.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख साध्वी यौन शोषण मामले समेत पत्रकार छत्रपति हत्याकांड और रणजीत हत्याकांड में सजा काट रहा है। 2017 से डेरा प्रमुख जेल में बंद है। हालांकि इस बीच उसे एक बार अपनी बीमार मां से मिलने के लिए 12 घंटे की पैरोल मिली थी। इससे पहले उसने तीन बार पैरोल के लिए आवेदन किया था, लेकिन सिरसा प्रशासन ने आवेदन रद्द कर दिया था। अब की बार पांच राज्यों के चुनाव से पहले डेरा प्रमुख को 21 दिन की फरलो मिली।
इन 3 वजहों से भी ज्यादा लोगों से मुलाकात नहीं कर रहे राम रहीम
सुरक्षा का मुद्दा : गुरुमीत राम रहीम कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुग्राम में नामचर्चा घर की तीसरी मंजिल पर रह रहे हैं। पिछले 4 दिन के दौरान वह एक बार ही नीचे उतरे हैं और इसके बाद से वह घर पर ही हैं। इस दौरान राम रहीम की दिनचर्या क्या है? इसका भी किसी को पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि राम रहीम कड़ी सुरक्षा के घेरे में है। मुलाकात को लेकर सुरक्षा को मद्देनजर खास सतर्कता बरती जा रही है।
सजायाफ्ता कैदी: राम रहीम 2 साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहे हैं। ऐसे में फरलो के बावजूद राम रहीम किसी आयोजन या कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेना चाहते हैं, क्योंकि इससे मीडिया की सुर्खियों में आने का खतरा है। यहां पर बता दें कि फरलो के दौरान हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला रैलियां तक करते रहे हैं।
अनुयायियों से भी बना रखी है दूरी: राम रहीम को लेकर इतनी अधिक सतर्कता बरती जा रही है कि उनसे किसी को मुलाकात नहीं करने दिया जा रहा है। यहां तक कि अनुयायियों से भी मुलाकात की अनुमति नहीं है। कहने का मतलब अनुयायी चाहकर भी राम रहीम से नहीं मिल पा रहे हैं।