Top Stories

लाल किला हिंसा मामले के आरोपी दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत, कैसे क्या हुआ, जानिए सबकुछ

सुजीत गुप्ता
16 Feb 2022 4:48 AM GMT
लाल किला हिंसा मामले के आरोपी दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत, कैसे क्या हुआ, जानिए सबकुछ
x

कुंडली-पलवल-मानेसर (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर टोल प्लाजा के पास मंगलवार रात स्कॉर्पियो गाड़ी के ट्राला में टकराने से मशहूर पंजाबी गायक संदीप उर्फ दीप सिद्धू की मौत हो गई जबकि उनकी मंगेतर रीना राय चोटिल हो गईं। हादसा उस समय हुआ जब दीप सिद्धू अपनी मंगेतर के साथ स्कॉर्पियो से दिल्ली से पंजाब जा रहे थे। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर खरखौदा सीएचसी भेजा। उनकी मंगेतर को भी सीएचसी में भर्ती कराया गया है।


दीप सिद्ध कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान उस समय सुखिर्यों में आए थे, जब उन्होंने लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराया था। एसएसपी राहुल शर्मा ने खरखौदा पहुंचकर घटना की जानकारी ली। पंजाब के बठिंडा स्थित नेहरू कॉलोनी निवासी पंजाबी गायक संदीप उर्फ दीप सिद्धू (41) अपनी मंगेतर अमेरिका निवासी रीना राय के साथ मंगलवार रात स्कॉर्पियो से दिल्ली से पंजाब जा रहे थे।

केएमपी पर खरखौदा के पास पिपली टोल प्लाजा के नजदीक उनकी गाड़ी अचानक ट्राला से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि गाड़ी के आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दीप सिद्धू व उनकी मंगेतर को बाहर निकालकर खरखौदा सीएचसी पहुंचाया, जहां दीप सिद्धू को मृत घोषित कर दिया। उनके शव को सामान्य अस्पताल में भिजवाया गया है। वहीं रीना राय को खरखौदा सीएचएसी में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत ठीक है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले में सिद्धू का जन्म 1984 में एक जाट सिख परिवार में हुआ था। सिद्धू को 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला परिसर में हुई हिंसा के मामले में 9 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। कई प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर चलाते हुए लाल किला पहुंच गए थे। वो ऐतिहासिक स्मारक में प्रवेश कर गए थे। उसकी प्राचीर पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया था। लालकिला हिंसा के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में पुलिस ने कहा था कि प्रदर्शनकारियों ने दो कांस्टेबलों से 20 कारतूस वाली दो मैग्जीन छीन ली थीं। प्रदर्शनकारियों ने वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था।

किसान संगठनों का दावा था कि सिद्धू ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बॉलीवुड अभ‍िनेता सनी देओल के लिए गुरदासपुर में जमकर प्रचार किया था। पिछले साल दिसंबर में देओल ने सिद्धू से दूरी बना ली थी। कुछ वक्त पहले सिद्धू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में सिद्धू सिंघु बॉर्डर पर किसानों संग खड़े थे। वीडियो में वह एक पुलिस अधिकारी से अंग्रेजी में बात करते हुए भी दिखे थे। इस वीडियो के बाद पंजाब के किसानों की पढ़ाई और उनके स्टेटस को लेकर तमाम चर्चाएं भी शुरू हुई थीं।

26 जनवरी के बाद से ही सिद्धू, उनकी पत्नी और करीबी लोगों के मोबाइल नंबरों को पुलिस ने सर्विलांस पर ले रखा था। अंदेशा था कि सिद्धू बिहार के रास्ते नेपाल भागना चाहते थे। स्पेशल सेल को जब उनके करनाल के पास आने का इनपुट मिला तो उन्‍हें वहां ट्रैप लगाकर दबोच लिया गया था। गिरफ्तारी के बाद से ही सिद्धू के समर्थन में सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगी थीं। कैलिफोर्निया नाम के ट्विटर अकाउंट समेत कई अकाउंट से उसे रिहा करने की मांग उठने लगी थी। सिद्धू किसान आंदोलन में लगातार एक्टिव थे। कुछ दिन पहले उन्‍हें 'सिख फॉर जस्टिस' (एसएफजे) के साथ रिश्तों को लेकर एनआईए ने नोटिस भी जारी किया था। गणतंत्र दिवस पर लाल किले में भीड़ को उकसाने के संबंध में दर्ज एक मामले में उनकी तलाश थी।

सुजीत गुप्ता

सुजीत गुप्ता

    Next Story