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शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहाकि अब प्रधानमंत्री मोदी को खुद को फकीर नहीं कहना चाहिए। उन्होंने कहाकि पीएम के बेड़े में 12 करोड़ रुपए की कार शामिल होने के बाद उन्हें अब अपने लिए इस शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। शिवसेना के मुखपत्र सामना के साप्ताहिक कॉलम 'रोकटोक' में राउत ने यह बात लिखी है। राउत ने भारत में बनी कारों के इस्तेमाल के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और जान का खतरा होने पर भी अंगरक्षकों को न हटाने के फैसले के लिए इंदिरा गांधी की तारीफ की है।
राउत ने लिखा है कि 28 दिसंबर को मीडिया में प्रधानमंत्री मोदी के लिए 12 करोड़ की कार के इस्तेमाल करने की खबर आई। उन्होंने कहाकि वह खुद को फकीर कहते हैं, प्रधानसेवक कहते हैं और विदेश में बनी कार का इस्तेमाल करते हैं। राउत ने कहाकि प्रधानमंत्री के लिए सुरक्षा और आराम बेहद जरूरी है, लेकिन अब उन्हें खुद को फकीर बुलाना बंद कर देना चाहिए। गौरतलब है कि हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी के बेड़े में मर्सिडीज-मेबैच एस650 गार्ड एसपीजी द्वारा शामिल की गई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में इस कार की कीमत 12 करोड़ रुपए बताई गई है। वहीं सरकारी सूत्रों का कहना है कि जर्मन कार मेकर बीएमडब्लू द्वारा इस कार का उत्पादन बंद करने के पीएम की कार बदली गई है।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि एसपीजी प्रोटोकॉल के तहत छह साल के बाद गाड़ी रिप्लेस हो जानी चाहिए। वैसे भी पीएम मोदी ने किसी खास कार को प्रिफरेंस नहीं दी है। साथ ही सूत्रों ने यह भी कहाकि मीडिया में गाड़ी की जो कीमत बताई गई है, हकीकत में यह उसकी एक तिहाई ही है। राउत ने रविवार को कहाकि मोदी ने स्वदेशी की बात कही है। मेक इन इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया शुरू किया है, लेकिन वह खुद विदेश में बनी कार इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं शिवसेना प्रवक्ता ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तारीफ की। उन्होंने कहाकि बंटवारे के बाद सुरक्षा का खतरा होते हुए भी जवाहरलाल नेहरू ने हमेशा भारत में बनी अंबेसडर कार का इस्तेमाल किया।
राउत ने कहाकि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी जान पर खतरा होने के बावजूद सिख अंगरक्षकों को नहीं बदला। सिर्फ इतना ही नहीं, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी लोगों से घुलने-मिलने से परहेज नहीं किया और तमिलनाडु में लिट्टे के हमले में मारे गए। राउत ने नाइट कर्फ्यू को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। शिवसेना नेता ने कहाकि केंद्र सरकार ने रात में इस तरह के प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे वित्तीय नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहाकि पीएम मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सपा मुखिया अखिलेश यादव रैलियां करते हैं और इनमें लाखों लोग शामिल होते हैं। वहीं आम लोगों के लिए तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं।