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CM योगी से मुलाकात के बाद BJP में जाने की अटकलों पर क्या बोले शिवपाल
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। नतीजे आने के बाद नई सरकार का शपथ ग्रहण भी हो चुका है। विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता भी ले ली है। यहां तक कि नए मंत्रियों ने विभागों के बंटवारे के बाद अपने विभाग भी संभाल लिए हैं पर इस सब के बीच यूपी के राजनीतिक गलियारों में इस समय हलचल मची हुई है। वजह है प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रमुख शिवपाल सिंंह यादव का पहले दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करना और फिर लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलना।
वही सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि अभी उचित समय नहीं। उचित समय का इंतजार कीजिए। गुरुवार को लखनऊ में एक निजी स्कूल के वार्षिकोत्सव में गए शिवपाल सिंह यादव ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अभी कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई निर्णय लेंगे तो बताएंगे। उन्होंने कहा कि अभी उचित समय नहीं है। उचित समय का इंतजार करिए। इसके बाद शिवपाल अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में छोटे दलों के साथ गठबंधन कर 125 सीट जीतने वाले अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी विधायक दल का नेता चुना गया है। समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर इटावा के जसवंतनगर से चुनाव जीते शिवपाल सिंह यादव सपा विधायक दल की बैठक में आमंत्रित ना होने के कारण अखिलेश यादव से बेहद नाराज हैं।
शिवपाल सिंह शनिवार 25 मार्च को सपा विधानमंडल दल की बैठक में नहीं बुलाए जाने से नाराज शिवपाल इटावा चले गए थे। शिवपाल सिंह यादव लखनऊ में मंगलवार (29 मार्च) शाम को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी तथा अपना दल कमेरावादी के साथ अखिलेश यादव की होने वाली बैठक में शामिल नहीं हुए थे। समाजवादी पार्टी के कार्यालय में अखिलेश यादव ने सहयोगी दलों की बैठक बुलाई थी।
इस बैठक में भाग लेने शिवपाल सिंह यादव नहीं पहुंचे थे। इस बैठक में भाग लेने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी विधायक दल के नेता ओमप्रकाश राजभर, राष्ट्रीय लोकदल विधायक दल के नेता राजपाल बालियान तथा अपना दल कमेरावादी के पंकज निरंजन शामिल हुए थे। कौशांबी के सिराथू से केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव हराने वाली पल्लवी पटेल भी इस बैठक में नहीं पहुंचीं थीं, उनकी जगह पर पंकज निरंजन आए थे। पल्लवी पटेल भी अपना दल कमेरावादी पार्टी की नेता हैं, वह भी समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर लड़ी थीं।