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यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा एक बार पिर से सरकार बनाने जा रही लेकिन सपा ने भी बहुत मेहनत की लेकिन वो सरकार बनाने भर सीट जीत नही सके अब एक बार फिर सपा ने रविवार को विधान परिषद स्थानीय निकाय प्राधिकारी के चुनाव को लेकर रणनीति बनाई। विभिन्न सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के नाम पर भी चर्चा की गई। ज्यादातर सीटों पर पुराने एमएलसी को दोबारा मैदान में उतारने की तैयारी है।
विधान परिषद स्थानीय निकाय प्राधिकारी के चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई है। पहले चरण की सीटों के नामांकन की अंतिम तिथि 19 मार्च है। प्रदेश में जिन 36 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है, उसमें सपा के 33 एमएलसी चुने गए थे। इसमें सात पार्टी छोड़कर भाजपा में जा चुके हैं।
अधिसूचना जारी होने के बाद सपा ने सभी सीटों पर आवेदन मांगे थे। अभी तक करीब 50 से अधिक लोगों ने आवेदन किया है। जिन लोगों को विधानसभा में टिकट नहीं मिला है, वे भी स्थानीय निकाय प्राधिकारी के लिए दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में सपा ने सभी एमएलसी की रविवार को बैठक बुलाई।
इसमें विधान परिषद चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार की गई। किस क्षेत्र में कितने ग्राम प्रधान, पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य हैं, इस पर चर्चा की गई। पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि जिन सीटों पर नए उम्मीदवार तय करने हैं, उन पर जातीय समीकरण का ध्यान रखते हुए उम्मीदवार तय किए जाएंगे।