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- इन सात नामों पर लगी...
इन सात नामों पर लगी मुहर, सात कुर्सी पड़ी और एटा, मेरठ, आगरा, बरेली, शाहजहांपुर, बलरामपुर को मिली हिस्सेदारी
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में सात नए मंत्री शामिल हो सकते हैं।
उत्तर प्रदेश कैबिनेट विस्तार अपडेट: राजभवन में 7 कुर्सी लगी हैं
धर्मवीर प्रजापति
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में सात नए मंत्री शामिल हो सकते हैं। मंत्री पद की दौड़ में आगरा के एमएलसी धर्मवीर प्रजापति का नाम भी शामिल है। खंदौली के हाजीपुर खेड़ा निवासी धर्मवीर प्रजापति मूलरूप से हाथरस जिले के बहरदोई के रहने वाले हैं। वह उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं। माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। प्रजापति भाजपा के महत्वपूर्ण दायित्व संभाल चुके हैं।
धर्मवीर प्रजापति ने आरएसएस के स्वयंसेवक के रूप में समाज के लिए सेवा के कार्य आरंभ किए। इसके बाद उन्होंने भाजपा से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। वर्ष 2002 मे पहली बार उन्हें प्रदेश का दायित्व मिला। तत्कालीन पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ में वह प्रदेश के महामंत्री बने। इसके बाद दो बार प्रदेश संगठन में मंत्री का दायित्व संभाला।
जनवरी 2019 में उन्हें माटी कला बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया। अयोध्या में श्रीराम के दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए उन्होंने आगरा, एटा, कन्नौज सहित दूसरे जिलों से डिजाइनर दिए की व्यवस्था कराई थी। इसके बाद चर्चा में रहे थे। यूपी विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में धर्मवीर प्रजापति भाजपा से सदस्य निर्वाचित हुए। अब विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी मिल सकती है।
संगीता बलवंत
बीजेपी विधायक संगीता बलवंत का पूरा नाम संगीता बलवंत बिंद है। छात्र जीवन से ही वह राजनीति में सक्रिय हैं। स्थानीय पीजी कॉलेज, गाजीपुर छात्रसंघ की उपाध्यक्ष भी रही हैं। जमानियां क्षेत्र से निर्दल जिला पंचायत सदस्य भी रही हैं। वर्तमान में गाजीपुर सदर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक हैं।
संगीता बलवंत क्यों?
संगीता बलवंत बिंद ओबीसी समुदाय से आती हैं। पूर्वांचल में इस समुदाय के काफी तादात में वोटर हैं। संगीता की पहचान ग्राउंड से जुड़े नेताओं के तौर पर होती है। अपने क्षेत्र में यह काफी लोकप्रिय भी हैं। आगामी चुनाव को देखते हुए इनकी भूमिका काफी अहम हो सकती है।
2014 में भाजपा में हुई थीं शामिल
संगीता बलवंत की राजनीतिक करियर की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी के साथ हुई। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी नेता रहे मनोज सिन्हा ने इन्हें बीजेपी में शामिल कराया। मनोज सिन्हा वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के एलजी हैं। उनके प्रयासों से ही संगीता को 2017 में बीजेपी से टिकट मिला था।
होम्योपैथिक चिकित्सक हैं संगीता के पति
संगीता बलवंत का जन्म गाजीपुर शहर में हुआ। इनके पिता स्व. रामसूरत बिंद रिटायर्ड पोस्टमैन थे। संगीता को छात्र जीवन में पढ़ाई और कविता का शौक रहा है। संगीता के पति पेशे से होम्योपैथिक चिकित्सक हैं।
दिनेश खटिक
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए आज एक खुशखबर खबर है। हस्तिनापुर से भाजपा विधायक दिनेश खटीक को उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बनाया जा रहा है। बताया गया कि दिनेश खटीक आज शाम को लखनऊ में मंत्री पद की शपथ लेंगे।
वहीं खास बात यह है कि पश्चिमी यूपी से विधायक दिनेश खटीक का नाम मंत्रियों की सूची में शामिल किया गया है। 44 वर्षीय दिनेश खटीक लखनऊ के राजभवन में आईजी समारोह में मंत्री पद की शपथ लेंगे।
यूपी में आज यानी रविवार को मंत्रिमंडल का विस्तार हो रहा है। मंत्री पद की शपथ लेने वाले नेताओं के नामों की घोषणा कर दी गई है। दरअसल, चार महीने बाद होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार को काफी अहम माना जा रहा है।
संजीव कुमार दिवाकर
संजीव कुमार दिवाकर उत्तर प्रदेश की जलेसर विधान सभा से विधायक हैं। संजीव कुमार दिवाकर भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर २०१७ के विधान सभा चुनाव में इन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंदी एवं समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रणजीत सुमन को 19808 वोटों से हराया।
संजीव कुमार दिवाकर ने २०१७ के विधान सभा चुनाव में 81502 मत प्राप्त किया और विजयी घोषित हुए जबकि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रणजीत सुमन को 61694 मत प्राप्त हुए। इस विधान सभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी मोहनसिंह हैप्पी को 35817 वोट प्राप्त हुए और उन्हें तृतीय स्थान से ही संतुष्ट होना पड़ा।
179013 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए मुख्यतः प्रथम तीन पार्टियों भारतीय जनता पार्टी के रणजीत सुमन के एवम बहुजन समाज पार्टी के पक्ष में अपना बहुमूल्य मत दिया।
पलटूराम
बलरामपुर सदर की सुरक्षित सीट से भाजपा विधायक पलटू राम रविवार शाम को मंत्री पद की शपथ लेंगे। वह राजनीति के अलावा खेती भी करते हैं और सादगी से अपना जीवन गुजारते हैं।पलटू राम को राजनीति विरासत में नहीं मिली बल्कि उन्होंने अपनी मेहनत, ईमानदारी व समाज सेवा से अपना मुकाम बनाया है। गोंडा जिले के परेड सरकार गांव में जन्में विधायक पलटू राम ने फैजाबाद (अब अयोध्या) के अवध विश्वविद्यालय से एम ए तक की शिक्षा प्राप्त की। राजनीति में रुझान होने के कारण वह छात्र जीवन से ही सामाज कार्यों में भागीदारी करते रहे।
वह सन 2000 में सबसे पहले भदुआ तरहर क्षेत्र से सदस्य और जिला पंचायत के उपाध्यक्ष चुने गए। इसके बाद, 2007 के विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर वह मनकापुर सुरक्षित सीट से चुनाव लड़े पर उन्हें 4622 मतों से पराजय का सामना करना पड़ा।
उन्होंने 2015 में गिर्द गोंडा क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और जीता। पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा व समर्पण को देखते हुए उन्हें 2017 के विधानसभा चुनाव में बलरामपुर सदर सीट से लड़ने का टिकट दिया गया। जहां उन्होंने जीत दर्ज की और रविवार को योगी के मंत्रिमंडल में शामिल होंगे।
विधायक छत्रपाल गंगवार
बहेड़ी विधानसभा से विधायक छत्रपाल गंगवार को योगी मंत्रिमंडल में शामिल करने की तैयारी चल रही है। सूचना है कि रविवार शाम तक वह मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। बता दें कि छत्रपाल गंगवार बहेड़ी विधानसभा से दूसरी बार विधायक बने हैं। मूलरूप से दमखोदा के रहने वाले छत्रपाल सिंह गंगवार पहली बार वर्ष 2007 के चुनाव में बहेड़ी सीट से विजयी होकर विधानसभा पहुंचे थे।
तब उन्होंने सपा के अताउर्रहमान को कम वोटों के अंतर से हराया था। इसके बाद वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी नसीम अहमद को हराकर वह दूसरी बार विधानसभा पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि चुनाव से पहले मंत्रिमंडल में विस्तार करके छत्रपाल गंगवार को सरकार में शामिल करने से फैसले से कुर्मी वोटबैंक पर भाजपा की पकड़ मजबूत होगी।
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल से संतोष गंगवार के हटाने की भरपाई भी हो सकेगी। बता दें कि इस समय जिले की दोनों लोकसभा और सभी 9 विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। जिला पंचायत और मेयर की सीट भी भाजपा के ही खाते में है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने पर कैंट विधायक राजेश अग्रवाल को वित्त मंत्री और धर्मपाल सिंह को सिंचाई मंत्री बनाया गया था। इसके अलावा केंद्र सरकार में बरेली के सांसद संतोष गंगवार को जगह मिली। इससे केंद्र और राज्य सरकार, दोनों में ही बरेली का दबदबा था। मगर मौजूदा समय में जिले से कोई भी जनप्रतिनिधि केंद्र या राज्य सरकार में मंत्री नहीं है। लोगों का कहना है कि इस फैसले से भाजपा की कुर्मी वोट बैंक पर तो पकड़ मजबूत होगी ही, साथ ही क्षेत्र की उम्मीदें भी पूरी हो सकेंगी।
जतिन प्रसाद
यूपी में ब्राह्मण नेता के रूप में पहचान रखने वाले जितिन प्रसाद रविवार शाम शपथ लेने के बाद योगी के मंत्रिमंडल में शामिल हो जाएंगे। बता दें कि वह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। वह बीते नौ जून को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।
अपने कांग्रेस छोड़ने पर जितिन ने कहा था कि मैंने पिछले 8-10 सालों में ये महसूस किया है कि आज देश में अगर कोई असली मायने में संस्थागत राजनीतिक दल है तो भाजपा है। बाकी दल तो व्यक्ति विशेष और क्षेत्र के हो गए, लेकिन राष्ट्रीय दल के नाम पर भारत में कोई दल है तो भाजपा है। उन्होंने कहा कि हमारा देश जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उसके लिए आज देशहित में कोई दल और कोई नेता सबसे उपयुक्त और मजबूती से खड़ा है, तो वो भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
उन्होंने कहा था कि कांग्रेस अब एक व्यक्ति विशेष और वर्ग विशेष की पार्टी रह गई है। इस वजह से काम नहीं कर पा रहा था। बता दें कि जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस में सक्रिय नेतृत्व और संगठनात्मक चुनाव की मांग को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने पार्टी में बड़े बदलाव की मांग की थी।