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ये नया गुजरात मॉडल है, क्या यूपी पर भी हो सकता है प्रयोग?
पिछले आठ नौ साल से आप एक शब्द लगातार सुन रहे हैं!वह शब्द है-गुजरात मॉडल!खूब चर्चा हुई है राजनीति के इस नए मॉडल की। क्या इस माडल का देश के अन्य राज्यों में भी प्रयोग किया जा सकता है, इसकी सबसे ज्यादा चर्चा यूपी को लेकर काफी मुखर हो रही है|
लेकिन आज एक नया गुजरात मॉडल देश के सामने आया है।जैसे कि देश में पिछले 7 साल में जो कुछ हुआ वह आजादी के बाद कभी भी नही हुआ।हर रोज आपने सुना होगा कि ऐसा पहले कभी नही हुआ जो अब हो रहा है।
आपने नोटबन्दी देखी! बिना विचारे किया गया लॉक डाउन भी! कोरोना के दौरान इलाज के लिये भटकते लोग भी देखे!और पतितपावनी गंगा में बहती लाशें भी!
इससे पहले कभी इस तरह देश की संम्पत्ति नही बिकी। न ही एक खास राज्य के लोग बैंकों का पैसा लेकर देश से फरार हुए।न आपने 114 रुपये लीटर पेट्रोल और 100 रुपये लीटर डीजल ,इससे पहले खरीदा था।
और भी बहुत से अनुभव हुए होंगे होंगे आपको!मसलन आपके ही टैक्स के पैसे से खरीदी गई वैक्सीन को आप पर अहसान करके-मुफ्त में दे रहा हूँ का ऐलान करके उपलव्ध कराया गया।लेकिन इसके लिए आपने धक्के खाये।
आज आपने गुजरात मॉडल का एक नया नमूना देखा।देश में ऐसा पहले कभी नही हुआ कि बिना जनता की मर्जी के कोई राज्य सरकार बदल गयी हो।लेकिन हुआ! वह भी गांधी के गुजरात में। न चुनाव न वोट! पूरी सरकार बदल गयी।
सच में यह एक नया मॉडल है जो देश के सामने लाया गया है।जनता द्वारा चुनी गई सरकार को सिर्फ अपने अहम और जिद के लिये अपदस्थ किया गया है।अनुभवी की बजाय नौसिखियों के हाथ में सत्ता सौंप दी गयी।ताकि रिमोट के जरिये उसे चलाया जा सके।
कहा यह भी जा रहा कि लगातार साख खो रहे एक सनकी बुड्ढे ने इस प्रयोग के जरिये एक बड़ा संदेश दिया है।गुजरात तो अपना ही है! वहां कुछ भी किया जा सकता है।सो कर दिया। साथ ही यह संदेश उन राज्यों तक भी पहुंचा दिया जहां अपने ही दल की सरकारें हैं!
यह वाला गुजरात मॉडल अब किसी भी राज्य में आसानी से लागू किया जा सकता है!क्योंकि सत्ता के लिए दलबदल करने वाले जनप्रतिनिधि अपने दल के भीतर तो कुछ भी कर सकते हैं!जिन्हें सत्ता का लड्डू मिलेगा वे तो खुश होंगे ही!जिनके मुंह से लड्डू निकाला गया है वे रो तो सकते हैं।लेकिन मुंह नही खोल सकते।क्योंकि उन्हें पता है कि "पेगासस" ने उनके हर राज को एक खास सर्वर पर स्टोर कर दिया है।इधर मुंह खुला...उधर फाइल खुली!
आप तो तैयार रहिये!नई कहानी सुनने और उस पर अमल होते देखने के लिए।