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यूक्रेन विवाद ने हजारों छात्रों को मानसिक रूप से तोड़ दिया है - वरुण गाँधी
दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र के सांसद और गाँधी परिवार के सदस्य वरुण गांधी ने आज फिर के मुद्दे पर सरकार को नसीहत दी है. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन विवाद ने हजारों छात्रों को मानसिक रूप से तोड़ दिया है.
वरुण गांधी ने कहा है कि यूक्रेन विवाद ने हजारों छात्रों को मानसिक रूप से तोड़ दिया है. एक तरफ युद्धभूमि की कड़वी स्मृतियाँ हैं और दूसरी तरफ अधर में भविष्य लटका हुआ है. हमें नियमों को शिथिल कर भारतीय संस्थानों में इन छात्रों का समायोजन करना होगा. उनकी और उनके अभिभावकों की चिंता, हमारी चिंता होनी चाहिए.
यूक्रेन विवाद ने हजारों छात्रों को मानसिक रूप से तोड़ दिया है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) March 6, 2022
एक तरफ युद्धभूमि की कड़वी स्मृतियाँ हैं और दूसरी तरफ अधर में लटका हुआ भविष्य।
हमें नियमों को शिथिल कर भारतीय संस्थानों में इन छात्रों का समायोजन करना होगा।
उनकी और उनके अभिभावकों की चिंता, हमारी चिंता होनी चाहिए।
इससे पहले उन्होंने सरकार पर कई बार सवाल खड़े किये है. उन्होंने सेना में भर्ती को लेकर भी कहा था सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती न आने के कारण पाँवों में छाले लिए 3 सालों से दौड़ रहे युवा हताश हैं. बढ़ती उम्र के कारण अयोग्य हो रहे इन युवाओं को आर्थिक तंगी अवसादग्रस्त बना रही है. 'राष्ट्रसेवा' का संकल्प लेने वाले इन युवाओं की आवाज 'राष्ट्रवादी सरकार' तक पहुंचनी चाहिए.
वरुण गाँधी ने बीजेपी के आपदा में अवसर तलाशने वाले नाटक पर भी सवाल किया था. जिस पर देश के जाने माने पत्रकार भी मैदान में उनके खिलाफ उतरकर सवाल करने लगे थे जबकि सवाल तो सरकार से करना चाहिए लेकिन यहाँ पत्रकार भी आपदा में अवसर के तलाश में रहते है. वरुण ने कहा था कि सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्धभूमि में फंसे हुए है. ठोस रणनीतिक और कूटनैतिक कार्यवाही कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है. हर आपदा में 'अवसर' नही खोजना चाहिए.
बता दें कि वरुण गाँधी किसान आन्दोलन के बाद सरकार से लागातार सवाल कर रहे है. क्योंकि जिस लोकसभा क्षेत्र से वो सांसद है वहां ज्यादा संख्या में सरदार किसान है जिसके चलते उन्होंने सवाल किया . उसके बाद यूपी सरकार की रोजगार नीति पर सवाल किया. अभी युक्रेन मामले में भी लगातार सवाल कर रहे है .