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यूपी के 22 जिलों में जारी किया गया बारिश का अलर्ट, लखनऊ, कानपुर में सुबह से छाए घने बादल
वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद घाट डूबे हुए हैं। इसकी ड्रोन इमेज जारी हुई हैं। हालांकि, गंगा का जलस्तर काफी तेजी से घटा है। 2 दिन में करीब 1 मीटर तक पानी कम हो गया। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार सुबह 8 बजे तक गंगा का जलस्तर 67.34 मीटर पर आ गया है। मंगलवार को 68.34 मीटर से ज्यादा था।
पहाड़ों पर बारिश थमने की वजह से यह जलस्तर घटा है। मध्य प्रदेश से लेकर हिमालय के क्षेत्रों में भी बारिश में थोड़ी कमी दर्ज की गई है। हालांकि, अभी पानी घाटों पर इतना ज्यादा है कि मंदिर और प्लेटफॉर्म पानी में ही डूबे हैं। वाराणसी का सबसे बड़ा घाट है, लेकिन इसका लगभग 80% हिस्सा पानी में डूबा है।
नाविकों और पर्यटकों को नहीं है अनुमति
वाराणसी के सभी 88 घाट पानी में डूबे हुए हैं। एक घाट से दूसरे घाट तक जाने की जगह नहीं बची है। नावों के संचालन पर अभी भी रोक है। वाराणसी में दो दिन पहले गंगा का पानी वरुणा में मिलने लगा। गंगा का पानी शहर की ओर बढ़ने लगा है। मारुतिनगर और सामनेघाट के घरों में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा था।
वाराणसी में सबसे पहले गंगा के बाढ़ का पानी मारुतिनगर से शहर में प्रवेश करता है। गंगा की धारा से नाले का पानी कॉलोनियों में घुसने लगा है।
गोरखपुर में रात में बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक या दो स्थानों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। हालांकि गोरखपुर में रात से ही बारिश जारी है। सुबह भी बारिश हो रही है। वहीं लखनऊ, कानपुर में सुबह से ही घने बादल छाए हुए हैं।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, गोरखपुर, संतकबीर नगर, देवरिया, कुशीनगर, लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, बलिया और महाराजगंज में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है।
बीते एक सप्ताह में 27% ज्यादा बारिश
अगस्त की शुरुआत के साथ ही मानसून ने भी रफ्तार पकड़ी। यूपी में बीते 1 सप्ताह की बात करें तो औसत से ज्यादा बारिश रोजाना दर्ज की जा रही है। 3 अगस्त से 9 अगस्त के बीच यूपी में 27 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई। औसत 50.40 से 64 मिमी. ज्यादा बारिश पूरे यूपी में हुई। वहीं गुरुवार सुबह से अब तक की बात करें तो यूपी में 2 मिमी. बारिश हो चुकी है।
गोरखपुर के ऊपर से गुजर रही मानसून ट्रफ
सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय के मुताबिक उत्तर-पूर्वी बिहार के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला है। औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ अमृतसर, चंडीगढ़, नजीबाबाद, गोरखपुर, सुपौल, बालुरघाट और फिर पूर्व की ओर मणिपुर से होकर गुजर रही है। इस कारण से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में भारी बारिश हो सकती है.