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UPPCL Electricity bill: दिहाड़ी मजदूर के पास आया लाखों का बिजली बिल, खत्म कर ली जीवनलीला

Uttar Pradesh Power Corporation Limited News: उत्तर प्रदेश के उन्नाव से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पर एक 25 वर्षीय युवक ने बिजली का बिल बढ़ा हुआ आने पर तनाव के कारण आत्महत्या कर ली. पुलिस के अनुसार, गुरुवार को सूचना मिली कि शुभम (25) नाम के युवक ने बुधवार सुबह कुशालपुर गांव में अपने घर के एक कमरे में लगे हुक में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली. परिवार के सदस्यों के अनुसार, सुबह उसका शव देखने के बाद पुलिस को सूचना दी गई.
8000 रुपये का बिल थमा दिया गया
मृतक के पिता महादेव का आरोप है कि 'हमें 1,09,021 रुपये का बिजली बिल आया था. इसमें शुभम ने विभिन्न कार्यालयों में जाकर 16,377 रुपये का भुगतान किया. 15 दिन भी नहीं बीत पाए थे कि दोबारा से 8000 रुपये का बिल थमा दिया गया. इसके बाद तनाव में आकर युवक ने फांसी लगा ली.' उन्होंने बताया कि शुभम दिहाड़ी मजदूरी करता था. वह गरीबी में जी रहा था. पिता के अनुसार,आत्महत्या का कोई और कारण है ही नहीं. बिल को लेकर शुभम काफी परेशान था. वह यह बिल किस तरह से भरता?. ऐसे मे बिजली के बिल को लेकर वह काफी तनाव में था.
इस बारे में 'मुख्य अभियंता विद्युत (रायबरेली जोन) आरपी प्रसाद ने घटना के बारे में पूछे जाने पर बताया कि शुभम ने 10 मार्च 2022 को नया बिजली कनेक्शन लिया. उसके बाद उसने सिर्फ दो बार बिजली बिल दिया. उन्होंने बताया कि एक बार शुभम ने 615 रुपये और इसके बाद वर्ष सितंबर में 16,377 रुपये का भुगतान किया. अधिकारी के अनुसार, कुछ दिनों पहले 1500 यूनिट का बिल आया था. जबकि खपत मात्र 35 यूनिट दिखाई गई. इस संदर्भ में मीटर रीडर ने शुभम को बिजली विभाग के दफ्तर में जाकर बिल सही कराने को कहा. अधिकारी के अनुसार, नौ अक्टूबर को बिल सही कर दिया गया था. मगर उससे पहले शुभम ने आत्महत्या कर ली थी.
बिजली मंत्री ने शोक व्यक्त किया
कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में योगी सरकार की जमकर आलोचना की. इसके बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने इस मामले पर चिंता जताई है. उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई का ऐलान किया है. शर्मा ने युवक की मौत को लेकर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति मिले. उन्होंने बताया कि इस घटना को लेकर वे लगातार बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों एवं जिलाधिकारी समेत स्थानिक अधिकारियों के संपर्क में हैं. पुलिस-प्रशासन मौत के कारणों की गंभीरता से जांच कर रहा है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया गया है.
