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UPPSC Aspirants Protest: प्रयागराज में छात्रों की बड़ी जीत, UPPSC ने मानी सभी मांगें, पीसीएस और RO/ARO परीक्षा स्थगित
UPPSC Aspirants Protest: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के खिलाफ प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बड़ी सफलता मिली है। UPPSC ने छात्रों की मांगों को स्वीकार कर लिया है, जिससे पीसीएस (PSC) और RO/ARO की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। इसके साथ ही, पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा अब एक दिन और एक शिफ्ट में आयोजित की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान
छात्रों का यह प्रदर्शन सोमवार से जारी था, जिसमें हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए। छात्रों की आवाज को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया और UPPSC को निर्देश दिए कि वह छात्रों के साथ संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान निकाले।
मुख्यमंत्री की पहल के बाद, आयोग ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को पुराने पैटर्न के अनुसार एक दिन और एक शिफ्ट में कराने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, RO/ARO परीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा, जो सभी पहलुओं पर विचार कर जल्द ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
UPPSC चेयरमैन संजय श्रीनेत की नीति में बदलाव
UPPSC के चेयरमैन संजय श्रीनेत द्वारा 5 नवंबर को अचानक नियम बदलने के फैसले ने छात्रों में आक्रोश पैदा कर दिया था। छात्रों का कहना था कि नियमों में बदलाव से उनकी तैयारियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। चार दिनों तक चले आंदोलन के बाद आयोग ने अपने फैसले को पलटते हुए परीक्षा को पुराने पैटर्न के अनुसार कराने की घोषणा की।
छात्रों के संघर्ष और पुलिस का दमन
प्रयागराज में छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने कई छात्रों को गिरफ्तार किया और बल प्रयोग भी किया, लेकिन छात्रों की एकता और संघर्ष के आगे प्रशासन को झुकना पड़ा। आयोग के चेयरमैन संजय श्रीनेत ने किसी भी छात्र प्रतिनिधिमंडल से बात नहीं की, जिससे छात्रों में असंतोष और बढ़ गया। लेकिन लखनऊ से आए एक टेलीफोनिक निर्देश के बाद आयोग को अपना निर्णय बदलना पड़ा।
छात्रों की जीत और आयोग की हार
छात्रों के इस आंदोलन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि छात्र एकता से बड़ी से बड़ी प्रशासनिक नीतियों में बदलाव लाया जा सकता है। UPPSC द्वारा लिए गए इस फैसले से लाखों छात्रों को राहत मिली है, जो नए नियमों से परेशान थे। अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन और एक शिफ्ट में होगी, जिससे छात्रों की तैयारियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।