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उत्तराखण्ड कांग्रेस को मिला नया सेनापति, प्रदेश अध्यक्ष के कार्यभार ग्रहण में नहीं पहुंचे 11 विधायक
देहरादून। उत्तराखण्ड कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने राजीव भवन में आयोजित भव्य समारोह में अपना पदभार ग्रहण किया पर इस खास मौके से कांग्रेस के 11 विधायको ने दुरी बनाये रखी। इस दौरान कार्यकर्ताओं की ओर से उनका जोरदार स्वागत किया गया। पदभार ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने कहा कि वह छोटी टीम के साथ काम करेंगे।
प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं की ओर से नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के साथ ही नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी को कंधों पर बिठाकर मंच तक ले जाया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की ओर से अपने नेताओं के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की गई। कमान संभालते ही करन माहरा तेवर में दिखे।
वही उत्तराखंड कांग्रेस में विधायकों की नाराजगी और गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सहित 11 विधायकों की गैरहाजिरी रहे।
वही माहरा ने नए अध्यक्ष के रूप में कड़े तेवर भी दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और विधायक दल के उपनेता के पद पर नियुक्ति में गढ़वाल की उपेक्षा की भरपाई की जाएगी। माहरा ने मंच पर बैठे सभी शीर्ष नेताओं के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मैं सबसे छोटा हूं।
उम्मीद है सभी लोग मिलकर मुझे सहयोग देंगे। 35 मिनट के धाराप्रवाह भाषण में माहरा ने कहा कि गढ़वाल की उपेक्षा की बात आई है तो उसकी भरपाई की जाएगी। मैं खुद गढ़वाल के गांव गांव जाकर रहूंगा। जो भी लोग रूखा सूखा देंगे, उसे खा लूंगा। लेकिन संगठन की पहली बूथ कमेटियां गढ़वाल से ही बनाई जाएंगी। सोशल मीडिया में हो रही गुटबाजी पर भी माहरा ने कड़े तेवर दिखाए।
कहा इसे बर्दास्त न किया जाएगा। भाजपा पर हमला बोलते हुए करन ने कहा कि यह मामूली लड़ाई नहीं है। इसके लिए काफी कुर्बानियां देनी होंगी। भाजपा की वजह से देश की गंगा जमुनी तहजीब खतरे में पड़ रही है। गांधी के हत्यारों की जयजयकार करने वालों की पार्टी को शासन करते देख दुख होता है।
माहरा ने कहा कि कांग्रेस ने डिग्री कालेज, संस्थान, स्कूल खोले। इन्होंने शिशु मंदिर खोले हैं जहां प्रणाम करना तो सिखाया जाता है लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता नहीं होती। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि जब जब कांग्रेस एकजुट होती है तब उसे कोई नहीं हरा सकता।
फिरकापरस्त ताकतों को हराने के लिए एकजुट होना होगा। उन्होंने वादा किया कि कांग्रेस को मित्र विपक्ष नहीं बनने दिया जाएगा। कांग्रेस की सड़क से सदन तक जनता की आवाज उठाएगी। पूर्व सीएम हरीश रावत, राज्य प्रभारी देवेंद्र यादव, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन, आदि ने भी विचार रखे।