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हार पर कांग्रेस में मचा घमासान, वीरप्पा मोइली ने जी-23 के नेताओं को दी नसीहत
पांच राज्यों के चुनावी परिणाम के बाद एक तरफ कांग्रेस में जबर्दस्त घमासान मचा हुआ है। वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने हार से उपजे पार्टी के जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश की है शुक्रवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरप्पा मोईली ने भी बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बारहमासी पार्टी है। भाजपा और अन्य दल तो आते जाते रहते है। अगर दोबारा देश की सत्ता में लौटना है तो कांग्रेसियों को अपना रवैया बदलना चाहिए।
मोइली ने कहाकि कांग्रेस नेताओं को इस बात से हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं है कि हम सत्ता में नहीं हैं। उन्होंने भाजपा और अन्य दलों को ट्रांजिट पैसेंजर की संज्ञा दी। उन्होंने कहाकि यह दल आते-जाते रहेंगे। केवल कांग्रेस ही यहां हमेशा-हमेशा रहेगी। उन्होंने कहाकि जी-23 गुट वरिष्ठ नेताओं को निशाना बना रहा है और कांग्रेस को कमजोर कर रहा है। उन्होंने कहाकि भाजपा हमेशा रहने वाली पार्टी नहीं है। मोदी के बाद इसका टिक पाना मुश्किल होगा। इस बीच सोनिया और राहुल गांधी जी-23 नेताओं से मिल सकते हैं। हालांकि इसकी तारीख अभी तय नहीं होगी।
इससे पहले बुधवार को जी-23 के असंतुष्ट नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के आवास पर बैठक बुलाई थी। बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि पार्टी के लिए एकमात्र रास्ता सामूहिक और समावेशी नेतृत्व और सभी स्तरों पर निर्णय लेने के मॉडल को अपनाना है।
गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, शशि थरूर, आनंद शर्मा समेत कांग्रेस के जी-23 नेता जमीनी स्तर से लेकर कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) स्तर तक पार्टी और संगठनात्मक चुनावों में तत्काल सुधार की मांग करते रहे हैं।