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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 7 जून को ओवल के मैदान में खेला जा रहा है। रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उनका ये फैसला शुरूआती कुछ ओवरों में ही सही साबित हो गया जब सिराज ने ओपनर ख्वाजा को चलता क़िया। इसके बाद वार्नर और लबुशने ने टीम को संभालने की कोशिश की पर लंच से ठीक पहले शमी ने लबुशने को आउट कर दिया। इसके बाद वार्नर को शार्दुल ठाकुर ने चलता किया तो मानों टीम इंडिया की ख़ुशी का ठिकाना ही न हो। उसवक्त ऑस्ट्रेलिया का 100 रनों के भीतर ही 3 विकेट गिर गए थे। ऐसे में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज पूरी तरह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी पर हावी दिख रहे थे। पर अचानक से पूरा मैच देखते ही देखते बदल गया जब ट्रेविस हेड ने भारतीय तेज गेंदबाजों की बखिया उखेड़ दी और तेजी से खेलते हुए काउंटर अटैक शुरू कर दिया। हेड की बल्लेबाजी की बदौलत भारतीय तेज गेंदबाज पूरी तरह दबाव में दिखने लगें। यही से टीम इंडिया की दिक्कतें शुरू हो गयी और जो सालों दे भारतीय टीम का सर्ददर्द बन गयी है पार्टनरशिप वो बनने लगी।
ट्रेविस हेड ने शानदार शतक जड़ा और उनका साथ स्टीव स्मिथ ने दिया। दोनों मिलकर टीम का स्कोर 300 पार कर दिया और फिर पूरे दिन भर एक भी विकेट गिरने नही दिया। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्मिथ और हेड ने भारतीय तेज गेंदबाजो को बैकफुट पर ला दिया। यहां से टीम वापसी नही कर पायी और दिन का खेल समाप्त होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 3 विकेट पर 327 रन बना लिए। ट्रेविस हेड ने 145 रन नाबाद और स्टीव स्मिथ ने 91 नाबाद की पारी खेली। भारत की तरफ से शमी, शार्दुल और सिराज ने 1-1 विकेट लिए। जडेजा और उमेश विकेट लेस रहें टीम इंडिया को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब जडेजा को बिल्कुल भी टर्न नही मिली। उसके बाद रोहित शर्मा का फील्डिंग का निर्णय भी बैक फायर हो गया। उसवक्त कंडीशन्स तेज गेंदबाजों के लिए अच्छी थी पर भारत ने टॉस जीतना था और अगर फील्डिंग होनी है तो मतलब भारत को चौथी पारी खेलनी होगी। यानी पिच में उसवक्त गेंदबाजों को ज्यादा मदद होगी इसलिए टीम इंडिया के कप्तान का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में फील्डिंग का निर्णय काफी आलोचनात्मक हो सकता है। अब ऑस्ट्रेलिया टीम इस मैच में आगे जा चुकी है और वो आगे 500 का टारगेट सोच रही है।
वही भारतीय टीम पूरी तरह डिफेंसिव हो सकती है क्योंकि अगर मैच ड्रॉ होता है तो ये ट्रॉफी शेयर की जायेगी यानी टीम इंडिया ऑफिशियली आईसीसी ट्रॉफी की हकदार होगी। अब देखना होगा की आने वाले दिनों में भारतीय गेंदबाज और बल्लेबाजी किस तरह इस मैच को आगे लेकर जाती है। मैच में अब तक बिल्कुल भी गेंदबाजों को कोई मदद नही मिली है। भारत इससे पहले वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल में फाइनल हार चुकी है.