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पिता बोले- बेटे की हत्या हुई, पुलिस ने दबाया केस जाने क्या है पूरा मामला
पूरा मामला थाना ताजगंज क्षेत्र का है। यहां 27, कच्ची सराय, गोबर चौकी में ओमप्रकाश उर्फ ओमी प्रजापति और उनकी पत्नी कृष्णा अपने 22 वर्षीय बेटे दीपक की मौत बाद न्याय के लिए भटक रहे हैं। पिता ओमी ने बताया, "समुदाय विशेष की बस्ती में उनकी समाज के एक-दो घर हैं। उनका बेटा दीपक पास के रहने वाली युवती से प्यार करता था। दोनो बालिग थे और शादी करना चाहते थे।एक बाप अपने बेटे की मौत के बाद पिछले 16 महीने से न्याय के लिए भटक रहा है। कोई सुनवाई न होने से उसने परिवार समेत सुसाइड करने की बात कही है। पिता का आरोप है कि उनके बेटे की प्रेम प्रसंग में समुदाय विशेष के लोगों ने हत्या कर दी। पुलिस केस को दबा रही है और FIR तक नहीं लिखी जा रही है। मामले में पीड़ित पिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
पिता का कहना है, युवती के भाइयों व अन्य लोगों को इसकी जानकारी हुई तो बेटे 27 सितंबर 2021 को बेरहमी से पीट-पीटकर बेहोश कर दिया। इसके बाद मैं थाने पहुंचा तो पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी। उन्होंने कहा, बेटे का मेडिकल परीक्षण भी नहीं कराया गया। इसके बाद मैं घायल बेटे को प्राइवेट अस्पताल में ले गया। पुलिस को भी युवती और बेटे के संबंध के बारे में बताया। ये भी बताया कि दोनो बालिग थे और दोनों शादी करना चाहते थे। पुलिस पूरे मामले को टालती रही। उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरे पक्ष ने पुलिस से मिलकर और डरा-धमकाकर राजीनामा करा दिया।
पिता-पुत्र को पुलिस ने जबरन कानपुर की बस में बैठा दिया
पीड़ित पिता ने बताया, युवती ने भी अपने परिजनों के खिलाफ थाने में शिकायत की थी। वह उनके बेटे दीपक से शादी कराने की पुलिस से मांग करती रही। परिवार के राजी न होने पर युवती दीपक से भागकर शादी करना चाहती थी लेकिन पीड़ित पिता ने उन्हें रोक दिया।
पिता का कहना है, मैंने ताजगंज थाने में यह बात दरोगा केबल सिंह को बताई तो उन्होंने शादी कराने का भरोसा देकर वापस कर दिया। कुछ दिन बाद युवती के परिजन बेटे दीपक को मारने की धमकी देने लगे। उन्होंने थाने में जाकर फिर शिकायत की कि उनके बेटे के साथ कोई अनहोनी हो सकती है लेकिन पुलिस ने उसे गंभीरता से नहीं लिया।
दूसरे पक्ष ने इस बीच युवती की शादी कहीं और करा दी। शादी वाले दिन पुलिस ने उन्हें और उनके बेटे को पुलिस जीप में बैठाकर वाटरवर्क्स से कानपुर वाली बस में जबरदस्ती बैठा दिया।
घर में अकेला था बेटा, तब की हत्या
पीड़ित पिता ने बताया 1 मार्च वर्ष 2022 को वह अपनी पत्नी के साथ मंदिर गए थे, तभी उनके बेटे को घर में अकेला देखकर आरोपियों ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। बेटे की हत्या के बाद माता थाना ताजगंज में रिपोर्ट लिखाने पहुंचे तो कोई सुनवाई नहीं हुई। बेटे के शव का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया। पिता का आरोप है कि दूसरे पक्ष ने पुलिस से सांठगांठ कर ली थी इसलिए पूरे केस को दबा दिया गया।
प्रेमिका को हॉस्पिटल से लौटाया था
पीड़ित पिता ने बताया, उनके बेटे को जब युवती के परिजनों ने बेरहमी से पीटा था तब युवती उनके बेटे से हॉस्पिटल में भी मिलने आई थी लेकिन उन्होंने दीपक से नहीं मिलने दिया। कहा कि ये सब तुम्हारी वजह से हुआ है, अपने मां-बाप को जाकर समझाओ। इसके बाद युवती ने 28 सितंबर 2021 को थाने में पुलिस में शिकायत कि वह बालिग है और दीपक से शादी करना चाहती है, उसके घर वाले उसे रोक रहे हैं। पुलिस ने फिर भी कोई मदद नहीं की।