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आगरा में पति-पत्नी ने बेटी के साथ की आत्महत्या, सुसाइड नोट में बताई ये बजह, सामूहिक हत्याकांड से मचा हड़कंप!

ताज नगरी आगरा से एक बेहद चौकानें वाली खबर सामने आ रही है। आगरा में पति, पत्नी और उनकी आठ साल की मासूम बेटी ने सामूहिक आत्महत्या कर ली। तीनों के शव कमरे में फंदे पर लटके हुए मिले। इस दर्दनाक घटना की जानकारी मिलते ही आगरा रेंज के आईजी नचिकेत झा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी मौके पर पहुंच गए।
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आत्महत्या का कारण बेरोजगारी से आई आर्थिक तंगी बताया है। आगरा जिले के आवास विकास कॉलोनी सेक्टर-10 में सोनू अपनी पत्नी गीता, आठ साल की बेटी सृष्टि और 10 साल के बेटा श्याम के साथ रहता था। परिवार वालों ने बताया कि करीब 15 साल पहले सोनू की दोस्ती पास के सेक्टर-12 की रहने वाली गीता से हो गई। दोनों में प्यार हुआ तो घर से भाग कर शादी कर ली। इसके बाद दोनों हरिद्वार में रहने लगे। हरिद्वार में सोनू एक फैक्ट्री में काम करता था। करीब दो साल पहले कोरोना के कारण सोनू का काम बंद हो गया। इसके बाद परिवार वापस आगरा आ गया।
आत्महत्या से पहले आपसी सहमति बनाई परिवार में बचे सोनू ने बताया कि रात को मम्मी, पापा, बहन और उसकी आत्महत्या को लेकर आपस में बात हुई थी। पिता ने कहा था कि आर्थिक तंगी है। सभी लोग आत्महत्या करेंगे। इस पर सोनू ने आत्महत्या से इनकार कर दिया, जिसके बाद मम्मी, पापा और सृष्टी ने फांसी लगाकर जान दे दी। सोनू ने यह सारी बातें पुलिस को बताई हैं। अब परिवार में बस श्याम ही बचा है। परिवार वालों ने बताया कि सोनू के पास काम नहीं होने के कारण बच्चों की पढ़ाई भी छूट गई थी।
सरकारी राशन से पेट भरते थे
सोनू की मां ने बताया कि कोरोना काल में हरिद्वार से नौकरी छूटने के बाद सोनू परिवार समेत आगरा आ गया था। इसके अलावा करीब छह साल पहले सोनू का एक्सीडेंट हो गया था। कंधे में गंभीर चोट थी। आगरा मे उसका काफी इलाज भी कराया था। डॉक्टर ने वजन उठाने की मना की थी। पिता की ट्रक बॉडी बनाने की दुकान है, जहां सोनू काम करता था। परिवार और पड़ोसियों ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब थी। सरकारी राशन से चारों लोग अपना पेट भरते थे। बाकी खर्चा माता-पिता उठाते थे। श्यान ने बताया, पापा-मम्मी, बहन लटके हुए हैं बुधवार सुबह सोनू का बेटा श्याम घर से बाहर निकला। आसपास के लोगों ने उससे पूछा कि पापा कहां हैं, तो श्याम ने कहा कि पापा-मम्मी और बहर लटके हुए हैं। यह सुनकर लोग हैरान रह गए। लोग सोनू के कमरे में गए तो तीनों के शव फंदे से लटके हुए थे। शवों की जानकारी होने सोनू के परिवार के लोग भी कमरे में पहुंचे। शवों को देख कर परिवार वालों में चीत्कार मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।