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दर्दनाक : मां पिला रही थी 12 दिन के बच्चे को दूध, फिर बंदरों ने छीना और पटक कर मार डाला
आगरा : यूपी के आगरा में कस्बा रुनकता में बंदरों ने 12 दिन के अबोध बच्चे पर हमला बोल दिया। एक दर्जन से अधिक खूंखार बंदरों ने झपट्टा मारकर बच्चे को मां की गोद से छीन लिया। घर से काफी दूरी तक घसीट कर ले गए। जमीन पर पटक पटक कर उसे लहूलुहान कर दिया। ग्रामीणों ने डंडों से पीटकर किसी तरह बंदरों को भगाया और बच्चे को उनके कब्जे से छुड़ाया। लहूलुहान हालत में परिजन बच्चे को हॉस्पिटल ले गए,जहां अबोध बच्चे ने दम तोड़ दिया।
दिल दहला देने वाली ये घटना सोमवार रात करीब आठ बजे की है। कस्बा रुनकता निवासी योगेश किसान है। 12 दिन पहले उसके घर में बेटे का जन्म हुआ। सोमवार रात को योगेश की पत्नी नेहा कमरे में अबोध बेटे को दूध पिला रही थी। योगेश ने बताया कि इसी दौरान एक दर्जन से अधिक बंदर कमरे के अंदर पहुंच गए।
झपट्टा मारकर बेटे को मां की गोद से छीन लिया। बच्चे को घर से काफी दूरी तक घसीट कर ले गए। जमीन पर पटक-पटक कर उसे लहूलुहान कर दिया।
नेहा की चीख सुनकर परिवार के लोग और आसपास के ग्रामीण पहुंचे। लाठी-डंडों से पीटकर बंदरों को भगाया, लेकिन तब तक बच्चा बुरी तरह जख्मी हो चुका था। परिवार के लोग उसे सिकंदरा स्थित हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। उपचार के दौरान अबोध बच्चे ने दम तोड़ दिया। देर रात रुनकता चौकी पुलिस मृत बच्चे के घर पहुंची और घटना की जानकारी ली।
योगेश के अबोध बेटे की जान लेने के बाद खूंखार हो चुके बंदर रात दस बजे करीब फिर योगेश के घर के पास पहुंच गए थे। गांव वालों ने बताया कि योगेश और उसके परिवार वाले हॉस्पिटल से बच्चे का शव लेकर घर आ रहे थे कि घर के पास दर्जनों बंदरों ने फिर उन पर हमला बोल दिया गांव वालों ने लाठी-डंडे लेकर बंदरों को बमुश्किल वहां से भगाया।
दो दिन पहले भी इन खूंखार बंदरों ने कस्बा रुनकता निवासी जोघा वाल्मीकि की दो माह की मासूम बच्ची पर हमला कर घायल कर दिया था। इसके अलावा बंदर दस दिन पूर्व कस्बा निवासी मनीषा पत्नी भोले, शीतल पुत्री साहब सिंह, रामनाथ पुत्र संजय, उदयवीर सिंह, पिंकी पत्नी डालचंद, नेत्रपाल का बेटे, चीकू की बेटी और ग्राम प्रधान पति मुन्ना सिंह सिकरवार सहित लोगो पर जानलेवा हमला कर चुके है।
एसएन मेडिकल कॉलेज के सुभार्ष पार्क के सामने स्थित जीबी पंत हॉस्टल की दूसरी मंजिल से 27 मई 2018 की सुबह एमबीबीएस छात्र अजीत यादव नीचे गिर गया था। अजीत दूसरी मंजिल पर कमरा नंबर 79 में रह रहा था। सुबह कमरे के बाहर खड़ा था। इसी बीच बंदर आ गए। उन्हें देखकर छात्र डर गया और दूसरी मंजिल से नीचे गिर गया।
29 मई 2018 को नाई की मंडी में हलका मदन निवासी ज्वैलर्स विजय बंसल अपनी बेटी नैन्सी के साथ धाकरान चौरा, नार्थ कॉम्प्लेक्स स्थित बैंक में कैश जमा करने जा रहे थे। यहां सीढ़ी पर बैठे बंदर उनके एक हाथ में कैश से भरा बैग लेकर भाग गए। शोर मचाने पर बैंक के सुरक्षाकर्मी, पुलिस कर्मी और स्थानीय लोग आ गए। बंदरों का पीछा किया तो 100-100 रुपये की गड्डी फेंकना शुरू कर दिया।