बीजेपी सांसद बोले रोक दो राजधानी मुझे दस मिनट में वैशाली एक्सप्रेस अलीगढ़ में चाहिए, वरना?
अलीगढ़ में बीजेपी सांसद ने रेल अधिकारी को फोन करके हडकाया. सांसद सतीश गौतम ने किसी को फोन करके हडकाया कि राजधानी एक्सप्रेस रोक दो चाहे कुछ करो लेकी मुझे दस मिनट के अंदर वैशाली एक्सप्रेस अलीगढ़ स्टेशन पर चाहिए. उनकी इस बातचीत को किसी ने फोन पर रिकार्ड कर लिया और वीडियो वायरल कर दिया. अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय की अगवानी करने पहुंचे सांसद सतीश गौतम ट्रेन लेट होने पर अचानक भड़क गए.
इसके बाद उन्होंने फोन पर रेलवे अधिकारियों को हड़काते हुए सभी ट्रेनों को रोकने और उस ट्रेन को पहले स्टेशन लाने की बात कहने लगे, जिसमें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय आ रहे थे. बताया जा रहा है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वैशाली एक्सप्रेस से अलीगढ़ पहुंचे थे और सांसद इसी ट्रेन की बात कर रहे थे.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में सांसद सतीश गौतम रेलवे स्टेशन पर खड़े दिखाई दे रहे हैं. वह फोन पर रेलवे अधिकारी को आदेश दे रहे हैं. वह फोन पर कह रहे हैं कि सारी गाड़ियों को रोक लें और जल्दी से वैशाली एक्सप्रेस को निकालें. 15 मिनट में मुझे यहां पर गाड़ी चाहिए. तुम वैशाली के लिए तत्काल बोलो. पता करो वैशाली 10 मिनट में यहां चाहिए.
#WATCH Aligarh BJP MP Satish Gautam heard ordering someone on phone, saying, 'stop Rajdhani train, I want Vaishali at the station within 10 minutes' pic.twitter.com/m1wEQBhnEN
— ANI UP (@ANINewsUP) May 6, 2018
बीजेपी सांसद यहीं नहीं रुके और यहां तक कहा कि राजधानी को रोक दो, वैशाली को निकालो. राजधानी बाद में भी तो जा सकती है. दरअसल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय वैशाली एक्सप्रेस से अलीगढ़ दौरे पर जा रहे थे. बीजेपी सांसद का यह विवादित वीडियो सामने आने पर कांग्रेस ने करारा हमला बोला है. कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी के नेताओं का व्यवहार लोकतंत्र के खिलाफ है.
वही, विवाद बढ़ने पर बीजेपी सांसद गौतम के प्रवक्ता संदीप चाणक्य ने सफाई दी. उन्होंने दलील दी कि ट्रेन पांच घंटे लेट आई और जब इस बाबत पूछताछ की गई, तो पता चला कि यह ट्रेन अलीगढ़ स्टेशन से पहले ही खड़ी है. इस पर सांसद गौतम ने सिर्फ इतना ही कहा था कि ट्रेन 10 मिनट की दूरी पर खड़ी है. इसको जल्दी लाया जाए.
अब इस तरह की बातें होने के बाद एक बात तो साफ नजर आ रही है कि भाजपाई अपनी दादागिरी पर उतर आये है. लेकिन जिस तरह इस सरकार ने अधिकारीयों को हड़काना शुरू किया वो इनके लिए हानिकारक बन सकता है.