प्रयागराज

वायरल ऑडियो पर सपा के इस बड़े नेता ने कुलपति हांगलू का किया समर्थन ,कुलपति ने किया खंडन

Special Coverage News
17 Sep 2018 5:59 PM GMT
वायरल ऑडियो पर सपा के इस बड़े नेता ने कुलपति हांगलू  का किया समर्थन ,कुलपति ने किया खंडन
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शशांक मिश्रा

आज पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्रा ने प्रेस कांफ्रेंस करके करीब 30 मिनट की एक ऑडियो जारी किया जिसमें उन्होंने दावा किया की ये बातचीत का ऑडियो कुलपति का है। इसके बाद विश्विद्यालय में मचे हंगामे पर सपा के बड़े नेता राज्यसभा सांसद रेवती रमण सिंह ने पत्र जारी कर कुलपति का बचाव किया। उन्होंने कहा कि "कुलपति इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रोफेसर रतनलाल हांगलू के निर्देशन में इलाहाबाद विश्वविद्यालय विगत कई वर्षों से प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है मैं प्रयाग के सभी लोगों से अपील करता हूं कि विश्वविद्यालय के हित में कुलपति का पूर्ण सहयोग करें मैं प्रोफेसर हांगलू को लंबे समय से जानता हूं किसी भी तरह की साजिश में सम्मिलित ना हो। हम सभी को प्रयास करना चाहिए कि विद्यालय निर्माण में सहयोग करे।"


वही इस विषय पर कुलपति प्रो.रतन लाल हांगलू ने कहा कि इस ऑडियो में मेरी कोई आवाज़ नहीं है। तकनीक के इस दौर में कोई भी आसानी से ऐसा कर सकता है। मैं इसकी उच्च स्तरीय जाँच की मांग करता हूँ।इस विषय पर इविवि PRO चितरंजन कुमार ने बताया कि "आज रोहित मिश्रा ने प्रेस कांफ्रेंस करके करीब 30 मिनट की एक ऑडियो जारी की है। जिसमें रोहित ने कहा कि इस ऑडियो में इलाहाबाद के कुलपति की आवाज है । हम इस बात का खंडन करते हैं। यह किसकी आवाज़ है यह स्पष्ट नहीं है। कुछ दिन पहले कुलपति महोदय खुद CBI जाँच की मांग कर चुके हैं।


हमें इस पूरे षड्यंत्र को समझना होगा ।इसमें वही लोग हैं जो पिछले कई दिनों से विश्वविद्यालय के माहौल को अशांत करना चाहते हैं। कुछ दिनों पहले इन्होंने कुलपति के नाम से एक फर्जी whatsapp चैट जारी किया था। फिर इन्होंने विश्वविद्यालय में कुलपति को प्रवेश करने से रोका । ये वही लोग हैं जो विश्वविद्यालय के वातावरण को अशांत करना चाहते हैं और कुलपति को दबाव में लाना चाहते हैं।आज ऐसे ही लोगों ने कुलपति को विश्वविद्यालय में प्रवेश करने से रोकने की असफल कोशिश की। जब वे अपने षड्यंत्र में सफल नहीं हो सके तब इन्होंने यह फर्जी ऑडियो जारी किया है। हम इस ऑडियो की विश्वसनीयता पर यकीन नहीं करते। हम किसी स्वतंत्र संस्था से इसकी उच्च स्तरीय जाँच की मांग करते हैं।"


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