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यूपी DGP का दावा, '12 घंटें में करेंगे अमेठी में हुई पूर्व प्रधान की हत्या का खुलासा'

Special Coverage News
26 May 2019 8:24 AM GMT
यूपी DGP का दावा, 12 घंटें में करेंगे अमेठी में हुई पूर्व प्रधान की हत्या का खुलासा
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उधर अमेठी की नवनिर्वाचित सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी दिल्ली से अमेठी के लिए रवाना हो चुकी हैं, यहां वह सुरेंद्र के परिवार से मिलेंगी।

अमेठी : कांग्रेस के गढ़ अमेठी से बीजेपी नेता स्मृति इरानी की जीत के दो दिन बाद ही उनके करीबी नेता सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। घटना से गांव के लोगों में काफी आक्रोश है। सुरेंद्र सिंह के परिवार ने हत्या का आरोप स्थानीय कांग्रेस नेताओं पर लगाया है। उधर अमेठी की नवनिर्वाचित सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी दिल्ली से अमेठी के लिए रवाना हो चुकी हैं, यहां वह सुरेंद्र के परिवार से मिलेंगी।

डीजीपी बोले, अगले 12 घंटे में सुलझा लेंगे केस

इस घटना पर उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, 'केस की गहन जांच जारी है। हमें कुछ अहम सबूत मिले हैं। अभी तक पूछताछ के लिए हमने 7 लोगों को हिरासत में लिया है और हमें पूरा भरोसा है कि अगले 12 घंटे के अंदर हम इस केस सुलझा लेंगे। फिलहाल कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है। हमने ऐहतियातन 3 कंपनी पीएसी लगा रखी है।'

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अमेठी ने बताया, सुरेन्द्र सिंह अपने बरामदे में सोए हुए थे, रात्रि में 3:00 बजे के लगभग इनको किसी व्यक्ति द्वारा गोली मार दी गई, जिससे इनकी मृत्यु हो गई। इस संबंध में हम लोगों ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। इसके अलावा जो और जानकारी मिल रही है उस पर कार्यवाही चल रही है। घटना का हम सफल अनावरण करेंगे।

मृतक के बेटे ने क्या कहा?

बेटे अभय प्रताप सिंह ने कहा, 'स्मृति इरानी के चुनाव में लगातार वह ऐक्टिव रहे, स्मृति को जिताने में सुरेंद्र की काफी अहम भूमिका थी। राहुल गांधी के हारने से कई कांग्रेसी नाराज थे।' बेटे अभय ने बताया, 'स्मृति इरानी की जीत को लेकर हम लोग जश्न भी मना रहे थे, जो कई कांग्रेस समर्थकों को अच्छा नहीं लगा। कहीं ना कहीं राजनीतिक द्वेष के चलते पिता की हत्या की गई। हम स्मृति इरानी से अपील करते हैं कि पिता के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाएं।'

सुरेंद्र सिंह ने 2019 लोकसभा चुनाव में स्मृति इरानी के चुनाव प्रचार में काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक, कई गांवों में उनका खासा प्रभाव है, जिसका फायदा इस चुनाव में स्मृति इरानी को मिला था। स्मृति ने अमेठी में राहुल गांधी को हराकर कांग्रेस के गढ़ में कमल खिलाने का काम किया है। इसमें सुरेंद्र सिंह का भी रोल अहम बताया जा रहा है। बता दें कि बरौलिया वही गांव है, जिसे मनोहर पर्रिकर ने गोद लिया था। एसपी राजेश कुमार ने बताया कि गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

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