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- क्या प्रियंका वाड्रा...
क्या प्रियंका वाड्रा की राजनीतिक Entry ने बीजेपी की चिंताएं बढ़ाई हैं ? जाने क्या है इनका कहना ?
राम मिश्रा/कुमैल रिजवी अमेठी : पूर्वी उत्तर प्रदेश की कमान मिलने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने लखनऊ में अपना पहला मेगा रोड शो किया सियासी पारी शुरु करने के बाद प्रियंका गांधी का यह पहला राजनीतिक दौरा है अब सवाल ये उठता है कि क्या प्रियंका वाड्रा की इस राजनीतिक Entry ने बीजेपी की चिंताएं बढ़ाई हैं? जिस उत्तर प्रदेश की जनता ने पिछले 30 वर्षों से कांग्रेस से दूरियां बनाई हुई हों क्या उस जनता पर प्रियंका गांधी वाड्रा का जादू चल पाएगा? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनको जानने के लिए हमारे संवाददाता ने राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में लोगो से बातचीत की ।
यूपी का बदल सकता सियासी पारा-
दरअसल कुछ लोगों को 47 वर्षीय प्रियंका में तो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की छवि दिखती है राजनितिक पंडितों के अनुसार वोटर्स को आकर्षित करने में वह सक्षम हैं वह अपने भाषण से वोटर्स को प्रभावित करती हैं वही कांग्रेस को उम्मीद है कि प्रियंका वोटर्स का मूड बदलने में सक्षम हैं और उनकी एंट्री से यूपी का सियासी पारा बदल सकता है ।
जिस तरीके से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रियंका गांधी जी के कॉग्रेस महासचिव बनने के बाद प्रथम आगमन हुआ है और एयर पोर्ट से लेकर प्रदेश कॉग्रेस कार्यालय में पहुचने में 5-6 घण्टे का समय लगा उत्तर प्रदेश सहित हर जगहों से आकर लोगो ने उनका हौसला अफजाई किया निष्चित ही चुनाव के बाद फैसला कॉंग्रेस के पक्ष में आयेगा
राधे श्याम कन्नौजिया (पूर्व-विधायक जगदीशपुर अमेठी और कोंग्रेसी नेता )
कॉग्रेस हमेशा नये नये हथकंडे अपनाती है अब उसको डर सता रहा है रायबरेली और अमेठी उसके हाथ से न निकल जाए प्रियंका गांधी की सक्रियता से भाजपा जरा सा भयभीत नही है अगर भाजपा की चिंता बढ़ी होती तो भाजपा भी कही न कही गठबंधन ढूंढती ।
हरनाम सिंह (अध्यक्ष -भाजयुमो अमेठी)