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अनुदेशक न्यूज़: एक देश एक चुनाव तो अनुदेशक, शिक्षामित्र को समान कार्य का समान वेतन क्यों नहीं
समान कार्य समान वेतन: जब देश में एक साथ लोकसभा और सभी राज्यों की विधान सभाओं का चुनाव हो सकता है तो देश में समान कार्य के लिए समान वेतन क्यों नहीं मिल सकता है? यह यक्ष प्रश्न आज भी बना हुआ है। जिसका जवाब सियासतदानों के पास नहीं है।
अनुदेशक, शिक्षामित्रों को समान कार्य का समान वेतन नहीं मिलता
उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले अनुदेशक, शिक्षामित्र भी एक नियमित अध्यापक की भांति पूरे समय स्कूल में रहकर शिक्षण कार्य करते हैं। लेकिन उनको, उनके कार्य का पर्याप्त पारिश्रमिक नहीं मिलता है। अनुदेशक को 9000 तो शिक्षामित्र को बस 10000 ही मिलता है।
हमारे साथ सरकार अन्याय कर रही है: विक्रम सिंह
अनुदेशक प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह ने कहा कि, "सरकार जब देश में एक साथ सभी चुनाव करवा सकती है तो सरकार के पास इतना अधिकार है कि वह समान कार्य का समान वेतन भी दे सकती है। लेकिन सरकार ऐसा नहीं करती है। सरकार हम संविदा कर्मियों के साथ अन्याय कर रही है"।