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आजम खान
पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में बने समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान (SP Leader Azam Khan) जमानत पर बाहर आ सकते हैं। आजम खान के मीडिया सलाहकार फसाहत अली शानू (Fasahat Ali Khan) ने दावा किया कि ईद पर आजम खान उनके साथ होंगे। बता दें कि हाल ही में उनकी समाजवादी पार्टी के साथ नाराजगी की खबर सामने आई। इसके बाद नेताओं से मुलाकात का सिलसिला चल पड़ा था। आजमखान फिलहाल सीतापुर जेल में बंद हैं।
फसाहत अली शानू ने दावा किया कि आजम खान के समर्थकों ने साल 2020 और 2021 की ईद (Eid) बिना उनके गुजारी है। हमारे लिए तकलीफ की बात है कि आजम खान अभी हमारे बीच नहीं है। अल्लाह से उम्मीद है कि वे इस बार ईद पर हमारे बीच होंगे। शानू ने कहा कि आजम खान को जल्द जमानत मिल जाएगी। उनको अब केवल एक मुकदमे में जमानत मिलनी शेष रह गई है। इसमें जमानत के साथ ही उनके बाहर आने का रास्ता साफ हो जाएगा। इस बार जब हमारे नेता हमारे साथ होंगे तो ईप पर हमारी ईद होगी।
इससे पहले आठ मार्च को आजम खान को एक मामले में जमानत मिली थी तब दावा किया गया था कि दो अन्य मामलों में फैसला आना बाकी है। आजम खान के समर्थकों का दावा है कि उनके खिलाफ अब एक ही मामले में फैसला आना बाकी है। उसके बाद उन्हें जमानत मिल जाएगी। आजम खान पर 87 मामले दर्ज हैं। साल 2017 में भाजपा की सरकार आने के बाद आजम खान के खिलाफ दो सालों में 84 मामले दर्ज किए गए थे। इनमें से 81 मामले तो साल 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले और चुनाव के बाद दर्ज किए गए थे। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने उन्हें जमीन कब्जाने के आरोप में राहत दी थी।
विधानसभा चुनाव के लिए दाखिल शपथ पत्र में आजम कान ने अपने ऊपर 103 मामले दर्ज होने की बात कही थी। फरवरी 2020 में वह सीतापुर जेल में बंद हैं। उन्होंने जेल से ही अपना नामांकन दाखिल किया था और चुनाव भी जीता। वहीं उनकी पत्नी पर 32 मुकदमें दर्ज हैं। इसके अलावा उनके बेटे अब्दुल्ला आजम पर 43 मुकदमे दर्ज हैं। उनके बेटे ने जेल से बाहर आने के बाद चुनाव जीते थे। मौलाना जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में उन्हें बड़ी राहत दी थी। ऐसे में अब देखना होगा कि आजम खान जेल से बाहर आ पाते हैं या नहीं।
आजम खान अभी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और खासकर अखिलेश यादव से नाराज बताए जा रहे हैं. उनके मीडिया प्रभारी के जरिए ही उनकी नाराजगी की खबरें सामने आयीं थीं। इसके बाद सपा के सहयोगी रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने आजम खान के परिजनों से रामपुर में मुलाकात भी की थी। वहीं सपा से नाराज चल रहे शिवपाल यादव ने आजम खान से जेल में मुलाकात की थी।