- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- आजमगढ़
- /
- आज़मगढ़ में दलितों पर 15...
आज़मगढ़ में दलितों पर 15 दिन पहले हुए हमले के हमलावरों की नहीं हुई गिरफ्तारी
आज़मगढ़ के रौनापर थाने के ठीक बगल में पिछले 15 दिन पहले सवर्णों ने किया दलित समुदाय पर हमला जिसकी सूचना फ़ोन द्वारा मिलने पर रिहाई मंच ने रौनापार गांव का दौरा किया. पीड़ित परिवार से मुलाकात की. प्रतिनिधि मंडल में रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव, उमेश कुमार, अवधेश यादव और महेश कुमार शामिल रहे.
प्रतिनिधि मंडल को पीड़ित परिवार के मुखिया सुरेश ने बताया कि उनका बेटा रोहन रौनपार के बिलरियागंज रोड पर स्थित सुधीक्षा अस्पताल पर सोने के लिये जा रहा था तभी पिंटू सिंह के लड़के उसे रास्ते में रोके और पूछे यहां क्यों घूम रहा है. बताने पर की सोने जा रहा हूँ तो उनलोगों ने कहा कि वापस जा और कहते हुए हाथ मोड़कर मारने लगे और कहने लगे कि बुला अपने बाप को कहते हुए घर आ गए और सुरेश पर हॉकी एवं डंडे से हमला कर दिया. बीच बचाव करने गई उनकी बीवी आशा देवी और माँ रामवती को भी मारने लगे जिसमे उनकी माँ जो कि बुजुर्ग महिला है को गंभीर चोटें आई साथ ही साथ आशादेवी और सुरेश भी घायल हो गए.
घटना रौनापार थाना के ठीक बगल की है. जिस रास्ते पर रोहन को सवर्णों द्वारा पीटा जाता है वह थाने के गेट के ठीक सामने है, फिर भी इन कानून के कर्मचारियों को कुछ नहीं पता चलता है. यह साफ-साफ दर्शाता है कि हमलावरों के साथ-साथ थाने की पुलिस भी इस मामले में हमलावरों को संरक्षण दे रही है. अगर ऐसा नहीं है तो जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर पीड़ित परिवार को न्याय दे.
वही गांव वालों ने बताया कि घटना में शिवम सिंह पुत्र पिंटू सिंह, शुभम सिंह पुत्र पिंटू सिंह, वसंत, प्रशांत, बलजीत पुत्र उदई सिंह, बल्लू, प्रवेश सिंह, विपिन और जनार्दन सिंह शामिल थे जैसे ही गांव वाले आए सभी भाग खड़े हुए. रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने परिवार के सभी सदस्यों को कहा कि वे परिवार को न्याय दिलाने के साथ-साथ हर संभव मदद के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे.