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आजमगढ़ में वार्ता से किसान-मजदूर असंतुष्ट, जिलाधिकारी को ठोस-निर्णायक वार्ता के लिए भेजा प्रस्ताव
आज़मगढ़: खिरिया बाग के आंदोलनकारियों ने जिलाधिकारी आज़मगढ़ को पत्र लिखकर वार्ता की गंभीरता को लेकर सवाल उठाया. जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा ने जिलाधिकारी से कहा कि हम वार्ता का सम्मान करते हुए समाधान चाहते है. दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि किसानों-मजदूरों से वार्ता के प्रयास अगम्भीर और खानापूर्ति जैसे रहे हैं. ऐसे में आंदोलन के महत्व को देखते हुए ठोस और निर्णायक वार्ता का प्रयास किया जाए.
मोर्चे ने कहा कि हमें यह बताया जाए कि शासन के किस निर्देश पर यह वार्ता की जा रही है, अगर शासन का निर्देश है तो उस निर्देश की प्रति हमें क्यों नहीं दी जा रही है, क्या जिलाधिकारी द्वारा एसडीएम सगड़ी को वार्ता के लिए निर्देशित किया गया था, क्या जिलाधिकारी धरनारत किसान-मजदूर प्रतिनिधियों से वार्ता करने की इच्छा रखते हैं. 12-13 अक्टूबर 2022 की दिन और रात में भी राजस्व अधिकारी और भारी पुलिस बल बिना किसी पूर्व सूचना, ग्रामीणों से बिना किसी संवाद और बिना सरकारी नोटिस के अचानक सर्वे और पैमाइश करने लगे. हम मानते हैं कि पिछले 56 दिनों से चल रहे धरने के प्रति प्रशासन का रवैया उदासीन रहा. किसानों-मजदूरों की मांगों के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई दी.
जिलाधिकारी को लिखे पत्र में कहा गया है कि पहली बार प्रशासन से जमुआ हरीराम के पंचायत भवन में 7 नवम्बर 2022 को सुबह 10 बजे वार्ता तय हुई जिसके बाद वार्ता के लिए आ रहे एसडीएम सगड़ी वार्ता स्थल पर नहीं आए और वार्ता नहीं हो सकी. पुनः 5 दिसंबर 2022 को राजस्व कर्मी और पुलिसकर्मी एसडीएम सगड़ी का वार्ता का प्रस्ताव यह कह कर लाए की एसडीएम सगड़ी आपके सामने शासन का प्रस्ताव रखेंगे, जिसे धरनारत किसानों-मजदूरों ने स्वीकार किया और 6 दिसंबर 2022 को दोपहर 12 बजे हसनपुर पंचायत भवन में वार्ता तय हुई. 6 दिसंबर को एसडीएम सगड़ी, एसडीएम न्यायिक और पुलिस कर्मियों के साथ वार्ता शुरू हुई. ग्रामीणों ने एसडीएम से शासन का प्रस्ताव मांगा जिस पर उन्होंने कहा कि उनके पास कोई प्रस्ताव नहीं है. एसडीएम सगड़ी ने कहा कि शासन के निर्देश पर वार्ता की जा रही है. ग्रामीणों ने वार्ता की, यह अनौपचारिक वार्ता बेनतीजा रही. एसडीएम ने यह भी कहा कि जिलाधिकारी से आपकी वार्ता कराई जाएगी.
जमीन मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा के तहत पिछले 56 दिनों से गदनपुर हिच्छनपट्टी, जिगिना करमनपुर, जमुआ हरीराम, जमुआ जोलहा, हसनपुर, कादीपुर हरिकेश, जेहरा पिपरी, मंदुरी, बलदेव मंदुरी के ग्रामवासी 13 अक्टूबर 2022 से अनवरत खिरिया की बाग, जमुआ में धरने पर बैठे हैं. जमीन-मकान नहीं देंगे, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का मास्टर प्लान वापस लेने, आंदोलनकारियों पर से झूठे मुकदमे वापस लेने, और 12-13 अक्टूबर के दिन और रात में सर्वे के नाम पर एसडीएम सगड़ी और अन्य राजस्व अधिकारी व भारी पुलिसबल के द्वारा महिलाओं-बुजुर्गों के साथ हुए उत्पीड़न के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए धरने पर बैठे हैं.
धरने को 56 वें दिन किसान नेता दुखहरन राम, राजीव यादव, राधेश्याम, विनय उपाध्याय, नन्दलाल, रामप्यारे, रामचंदर यादव, किस्मती, फूलमती, दयाराम, रामशब्द, विनोद ने संबोधित किया.