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Azamgarh में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी, फर्जी नियुक्ति पत्र देकर वसूले लाखों रुपए
आजमगढ़। बेरोजगारी की मार झेल रहे युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का कारोबार जोरों पर चल रहा है। शहर के जाफरपुर स्थित कांशीराम आवास निवासी एक युवक से एक जालसाज महिला ने अपने आपको समाज कल्याण विभाग में अधिकारी बताते हुए सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिया और पीड़ित युवक को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया। पीड़ित युवक ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थनापत्र देकर आरोपी महिला के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
शहर के कांशीराम आवास जाफरपुर निवासी आकाश गौड़ पुत्र संजीवन गौड़ ने पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि रंजना मिश्रा पत्नी विक्रांत मिश्रा जो जौनपुर जनपद की मूल निवासिनी है इसी कांशीराम आवास में रहती है। वह अपने को समाज कल्याण विभाग की अधिकारी बताते हुए पीड़ित युवक को सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने के लिए पीड़ित युवक के माता और पिता को अपने विश्वास में ले लिया और नौकरी दिलाने के लिए ढाई लाख रुपए की मांग की। पीड़ित युवक के माता-पिता ने अपने सभी गहने जेवरात बेचकर तथा रिश्तेदारों से कर्ज लेकर कुल 251850 रंजना मिश्रा को दे दिया। रंजना मिश्रा ने पीड़ित युवक को नियुक्ति पत्र दे दिया।
जब पीड़ित युवक नियुक्ति पत्र लेकर नौकरी करने गया तो वहा अधिकारियों ने नियुक्ति पत्र को फर्जी बताकर भगा दिया। पीड़ित युवक को जब ठगी का अहसास हुआ तो वह रंजना मिश्रा को दिए गए पैसे वापस मांगा तो उसने 23000 रूपये वापस कर दिये लेकिन शेष धनराशि वापस करने से इंकार कर दिया। इसके साथ ही जालसाज महिला ने युवक को फर्जी मुकदमे में फंसा कर जीवन बर्बाद करने की धमकी देने लगी। जिससे पीड़ित युवक भयभीत होकर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर आरोपी महिला के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग की है।