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यूपी के इस जिले में स्कूलों में पेड़ों के नीचे चलती है प्राइमरी पाठशाला, हर वक्त हादसे का डर, अधिकारी बेखबर
बागपत जिले में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों का बुरा हाल है। किसी विद्यालय का भवन जर्जर होने के कारण छात्रों को बाहर मैदान में बैठाकर पढ़ाई कराई जा रही है। कहीं पर गंदगी और जलभराव होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि विभागीय अधिकारी इससे अनजान हैं। जानकारी होने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। विद्यालय में जलभराव भी बड़ी परेशानी है। बारिश होने पर स्कूल प्रांगण में जलभराव हो जाता है।
अधिकारियों को जानकारी देने पर भी स्कूल में नहीं सुधरे हालात
कांसापुट्ठी गांव के प्राथमिक विद्यालय में 51 छात्र-छात्राओं का पंजीकरण हैं। स्कूल में एक प्रधानाध्यापक व एक शिक्षिका नियुक्त है। विद्यालय में सफाई न होने के कारण जगह-जगह घास उग आई है। स्कूल में पानी की निकासी की व्यवस्था भी सही नहीं है। थोड़ी सी बरसात होने पर स्कूल में जलभराव और कीचड़ हो जाता है, जिससे स्कूल में आने वाले छात्रों को परेशानी होती है। प्रधानाध्यापक अय्यूब का कहना है कि इस बारे में कई बार अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी है, मगर समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
नंगला कनवाड़ा में पेड़ के नीचे बैठाकर कराई जाती है पढ़ाई
नंगला कनवाड़ा के प्राथमिक विद्यालय में 200 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। स्कूल में तीन शिक्षक व एक शिक्षामित्र तैनात है। स्कूल में एक कक्ष को छोड़कर सभी कक्ष जर्जर है। कक्ष जर्जर होने के कारण छात्रों को पेड़ के नीचे बैठाकर पढ़ाई कराई जाती है।
आधिकारी को कई बार बताई समस्या
प्रधानाध्यापक सुनील दत्त पराशर ने बताया कि स्कूल का भवन जर्जर हो गया है। कई बार उच्च अधिकारियों को सूचना दी जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कक्ष जर्जर होने के कारण छात्रों को स्कूल के प्रांगण में बैठाकर पढ़ाई कराई जा रही है।
सरकारी मोबाइल नंबर पर नहीं उठता फोन
स्कूलों में जिस तरह से समस्याओं का अंबार लगा है, उनके समाधान के लिए अधिकारी कितने सक्रिय है। इसका इसी बात से पता चलता है कि बीएसए का सरकारी मोबाइल नंबर पर कोई फोन करता है तो वह नहीं उठाया जाता है। समस्या को लेकर सरकारी नंबर पर मेसेज किया जाता है तो उसके बाद वहां कर्मी फोन करते हैं।
विद्यालय के भवन के निर्माण का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। स्कूल में जलभराव की समस्या दूर कराई जाएगी और सफाई कराई जाएगी। - पुष्पेंद्र बीईओ पिलाना
विद्यालय के ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही भवन की नीलामी कराकर नई बिल्डिंग का निर्माण कराया जाएगा। - बिजेंद्र बालियान, बीईओ बिनौली