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बलिया हत्याकांड में सीएम ने एसडीएम और सीओ को सस्पेंड करने के दिए निर्देश

Shiv Kumar Mishra
15 Oct 2020 1:09 PM GMT
बलिया हत्याकांड में सीएम ने एसडीएम और सीओ को सस्पेंड करने के दिए निर्देश
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लिया में कोटा आवंटन को लेकर हो रही मीटिंग में फायरिंग मामले में CO और SDM को CM योगी ने किया सस्पेंड...

लखनऊ: बलिया में सरेआम आधिकारियों की मौजूदगी में बीजेपी नेता ने गोली मारकर युवक की हत्या कर दी. इतना ही नहीं एसडीएम, सीओ और थाना प्रभारी की मौजूदगी में हत्यारा आराम से फरार हो गया.

मिली जानकारी के मुताबिक यूपी में गोलियों की तड़तड़ाहट से बलिया जिला थर्रा उठा है. यहां मामूली विवाद में बीजेपी नेता धीरेंद्र सिंह ने युवक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी है. इस दिनदहाड़े हत्याकांड की वारदात को एसओ और एसडीएम के सामने अंजाम दिया गया है. वहीं हत्यारा बीजेपी नेता अफसरों की सामने भाग निकला है.

बलिया में कोटा आवंटन को लेकर हो रही खुली बैठक के दौरान ही एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसे ताबड़तोड़ चार गोलियां मारी गई। पुलिस के सामने ही हुई वारदात से सनसनी फैल गई। अफरातफरी के बीच विवाद और मारपीट में कई लोग घायल भी हुए हैं। घायलों को सीएचसी सोनबरसा पर भर्ती कराया गया है। तनाव को देखते हुए गांव में कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गयी है। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।

ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिये गुरुवार की दोपहर पंचायत भवन पर खुली बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिये चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया।

दुर्जनपुर की दुकान के लिये आम सहमति नहीं बन सकी। लिहाजा दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि वोटिंग वही करेगा जिसके पास आधार अथवा अन्य कोई पहचान पत्र होगा।

एक पक्ष के पास अधार व पहचान पत्र मौजूद था, लेकिन दूसरे पक्ष के पास कोई आईडी प्रुफ नहीं था। इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। मामला बिगड़ता देख बैठक की कार्रवाई को स्थगित कर अधिकारी चले गये। मौके पर मौजूद रेवती पुलिस दोनों पक्षों को समझाने और विवाद शांत करने में जुट गई।

एक पक्ष अधिकारियों पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगा। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों से भिड़ंत हो गयी। बात बढ़ी तो लाठी-डंडे के साथ ही ईट-पत्थर चलने लगा। इसी बीच एक पक्ष की ओर से फायरिंग शुरू हो गयी। दुर्जनपुर के 46 वर्षीय जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दी गई।

गोली चलते ही अफरातफरी मच गई। जयप्रकाश को लेकर लोग सीएचसी सोनबरसा पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। तनाव को देखते हुए कई थानों की फोर्स पहुंच गई और किसी तरह मामला संभाला गया।

बलिया हत्याकांड में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. घटना के समय मौके पर मौजूद एसडीएम, सीओ और एसओ को सस्पेंड किया गया है. आरोपी बीजेपी नेता के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गये है. घटना में निलंबित अधिकारियों की भूमिका साबित होने पर अपराधिक कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए है.



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