बाराबंकी

चुनाव में पुलिस को अपने ही दोस्तो से खतरा, बुजुर्गों, छात्रों तक नामजद , लोगो मे भारी आक्रोश

Special Coverage News
18 March 2019 1:27 PM GMT
चुनाव में पुलिस को अपने ही दोस्तो से खतरा, बुजुर्गों, छात्रों तक नामजद , लोगो मे भारी आक्रोश
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बाराबंकी (स्पेशल कवरेज न्यूज)

हार्ड के ऑपरेशन से बिस्तर पर है। तो कोई सांस की बीमारी से ग्रसित होकर बोलने को हांफ रहा है। तो वही तमाम लोग उम्र के आखरी पड़ाव पर पहुच कर लड़खड़ाते कदमो के सहारे है। लेकिन ऐसे बुजुर्ग लोगो से पुलिस को चुनाव में शांति भंग की आशंका है। यही नही पुलिस ने अपने ही बनाये "पुलिस मित्रो" और छात्रों के साथ शरीफ लोगो को भी पाबंद कर दिया है। महज दो पंचायतों में 239 की मनमानी लिस्ट जारी हुई तो लोगो में आक्रोश पनप गया।

सहादतगंज चौकी का है कारनामा

थाना मसौली के कस्बा सहादतगंज और अनूपगंज पंचायतों में दोपहर लंबी चौड़ी लिस्ट लेकर पुलिस पहुची तो नाम देख कर लोग दंग रह गए । लिस्ट के 84 नम्बर पर गाजी हसन ने बताया कि उनकी उम्र 80 साल,क्रम 46 पर अब्बुल हसन 75 साल, क्रम 39 पर हाजी मुमताज 85 साल, इसी तरह सिराजुद्दीन, गुलाम हुसैन,अयूब, जैसे कई दर्जन बुजुर्गों से लैस लिस्ट में मानो खासकर टारगेट पर रख कर लिस्ट बनाई गई हो।

पुलिस मित्रो से है अशांति का खतरा

सहादतगंज अनूपगंज पंचायत में बनाये गए सभी पुलिस मित्रो से अशांति का खतरा पुलिस को है । इसी लिए तो समाज के सम्मानित और पुलिस मित्र गांधी पंचायत इंटर कालेज के प्रबंधक संतोष अवस्थी, ध्याम नाथ जायसवाल,गोपीनाथ तिवारी,पंकज शुक्ला,शशि भूषण, कुदरती दर्जी,वसीम अंसारी, हाजी जुबेर, मो. अबरार,कलीम सब्बीर को पहले पुलिस ने अपना दोस्त बनाया और जब चुनाव में उनसे काम लेने का वक्त आया तो सबसे पहले उन पर ही खतरे की घंटी बजा दी।

मनमानी लिस्ट से पनपा आक्रोश

दोनो कस्बो में बेहद शरीफ और बुजुर्गों को नामजद करने की पुलिसिया कारवाही से आक्रोश पनप गया । लोगो का कहना है कि । इस तरह की कार्यवाही की जद में अपराधियों और राजनीति में सक्रिय लोगो को ही लेना चाहिए । लोगो का कहना है कि पुलिस कप्तान के सामने बुजुर्गों को पेश करके उनसे पूछा जाएगा कि ये किड लायक है जो इनपर कारवाही की गेयी ।

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