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कोरोना ने छीन ली परिवार की खुशियाँ, बेटी के शादी से चंद दिन पहले पति पत्नी की मौत
उत्तर प्रदेश के बरेली में कोरोना ने एक परिवार को कभी न भूलने वाला दर्द दिया है. बरेली कॉलेज के प्रोफेसर और उनकी पत्नी की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई, जबकि अगले महीने 2 मई को उनकी बेटी की शादी में जहां शहनाइयां बजनी थी, वहां अब मौत का मातम है.
कोरोना काल में कई हंसती खेलती जिंदगियां काल के गाल में समा गई हैं. ऐसा ही एक परिवार है बरेली का. डॉ भृतेन्दु शर्मा बरेली कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर थे और उनकी पत्नी घर संभालती थी. भरा पूरा परिवार था दो बेटे और दो बेटी. सभी अपनी जगह सेटल हैं.
डॉ भृतेन्दु शर्मा की बेटी कनक शाहजहांपुर में बैंक में पीओ है. उसकी शादी 2 मई को होनी थी, जिसको लेकर पूरे परिवार में उत्सव का मौहाल था. घर में मंगलगान चल रहे थे. पूरा परिवार शादी की तैयारी में लगा हुआ था कि इसी बीच डॉ शर्मा और उनकी पत्नी अर्चना शर्मा दोनो में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखने लगे. इलाज के दौरान ऑक्सीजन कम होने पर वह 13 अप्रैल को बेटी की शादी के अरमान दिल मे लेकर ही इस दुनिया से विदा हो गई.
पूरे घर में कोहराम मच गया. लेकिन नियति की क्रूरता अभी बाकी थी और कुछ दिन बाद डॉ भृतेन्दु शर्मा भी कोरोना बीमारी से लड़ते लड़ते हार गये. इसी के साथ परिवार में दो मई को धूम धाम से होने वाली शादी के अरमान भी बिखर गये. जिस घर में शहनाई बजने वाली थी वहां मातम सुनाई देने लगा.
जहां से बेटी की डोली उठनी थी, वहां से अर्थिया उठ रही थी. डॉ शर्मा के सहकर्मी भी उनकी असमय मृत्य से दुखी हैं. बरेली कॉलेज में उनकी सहयोगी डॉ वंदना शर्मा ने रुंधे गले से बताया कि हम सब लोग शादी में जाने की तैयारी कर रहे थे, पर जाना उनकी शोकसभा में पड़ा. ये दिल को तोड़ देने वाली घटना है.