बरेली

ख़ाकी,बारिश भी ना रोक सके लैला-मजनूं

Special Coverage News
14 Feb 2019 1:14 PM GMT
ख़ाकी,बारिश भी ना रोक सके लैला-मजनूं
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छुप-छुपकर ही सही,लेकिन मनाया गया वैलेन्टाइन्डे 

बरेली।(प्रदीप कुमार शर्मा)

वेलेंटाइन डे यानी 14 फरवरी को लैला-मजनू,श्री-फरहा,रोमियो-जूलियट जैसे प्यार करने वालों का दिन माना जाता है। इस दिन का इंतजार हर लैला-मजनू, रोमियो-जूलिएट को रहता है लेकिन इस बार इस प्यार के दिन को खाकी व बारिश ने फीका कर दिया। कभी खाकी का डर तो कभी बारिश,लेकिन इसके बाबजूद भी वह प्यार करने वाले इन कपल्स को ना रोक सकी। वैलेन्टाइन्डे यानी 14 फरवरी को बरेली में सुबह से ही हल्की-तेज बारिश होती रही जिसकी वजह से जोड़े वेलेंटाइन डे को अपने स्टाइल से नही मना सकें। सुबह होते ही एंटी रोमियो स्क्वायड की टीम पीछे पड गई। सुबह होते ही टीम द्वारा मंदिर, पार्को में छापेमारी की गई। पार्को व खुले स्थानो पर वेलेंटाइन डे मनाने वाले जोडो ने जैसे ही पुलिस को देखा तो दौड लगाना शुरू कर दिया। यह अभियान आज पूरे दिन चला।

पूरा सप्ताह एंटी रोमियो की पुलिस टीम ने स्कूल के पीछे, दांय बाय गलियो में जाकर चेकिंग की। जंहा उनको कुछ खास कामयाबी नही मिली। पुलिस प्रशासन अपनी टीम के साथ शहर के मंदिर, नेहरू पार्क में पहुंची जहां वेलेंटाइन डे मनाने वालों की जैसे तो मानो शामत सी आ गई हो। पुलिस के पहुंचने पर कई जोड़े तो भागते हुए नजर आए तो कई जोड़ों से पुलिस ने पूछताछ करी। इस दौरान पूरे दिन पुलिस ने कई जगह छापेमारी कर जोड़ों को चेतावनी देकर छोड़ा व आगे से खुली जगहों पर आने को सक्त मना किया।

बन्दिशों के बाद भी हुआ मिलन

कल से ही रेड रोज व रोमांटिक उपहार की खरीदारी लगातार बढ़ती रही। सुबह होते ही पार्कों में जोड़ों का आन आजा शुरू हो गया हालांकि बरेली में सुबह से शाम तक बारिश होती रही और खाकी का पहरा भी बना रहा। उसके बाद भी जोड़ो का पार्को में छुप-छुप कर ही सही लेकिन मिलना हो सका।

क्या कहना है लैला-मजनूओं का

लैला-मजनूं- वैलेन्टाइन्डे सिर्फ प्यार करने वालों का ही नहीं बल्कि एक दूसरे को अच्छे से समझने का भी दिन होता है ना जाने कितने लोगों की आज के दिन शादी की वर्षगांठ मनाई जाती है इसका मतलब यह है कि उन लोगों की शादियां भी आज ही के दिन हई हैं। पार्कों में बैठे जोड़ों को परेशान करना यह कौन से एक्ट में लिखा है कोई भी लड़का या लड़की बालिक होने के बाद ही अपनी स्वयं इच्छा से एक दूसरे से बात करते हैं तो इस पर क्यों एंटी रोमियो अभियान के द्वारा उन जोड़ों को परेशान किया जाता है जोकि सरासर गलत है जरूरी नहीं पार्कों में बैठे सारे जोड़े गलत ही हो, सरकार और यह भी समझना चाहिए।

प्रवीण-मिनी का कहना है कि वह भी पार्क में आए हैं लेकिन उनकी शादी को 4 साल आज पूरे हुए हैं जिसका वह सेलिब्रेशन करने आए हैं लेकिन मैंने खुद यहां देखा की बेवजह खाकी जोड़ों को परेशान करती है जोकि सरासर गलत है एंटी रोमियो अभियान के अनुसार अगर कपल कपल्स यह जोड़ी पब्लिक प्लेस या खुले में कुछ गलत प्रतिक्रिया करते नजर आते हैं तब एंटी रोमियो अभियान उन पर कार्रवाई कर सकता है ना कि पार्क में बैठे जोड़ों पर।

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