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थाने में रामजी मिश्रा की मौत: अखिलेश के निर्देश पर ललई पहुँचे मृतक के घर,परिवार के दर्द देखकर निकले आँसू

भदोही राम जी मिश्र
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भदोही राम जी मिश्र
भदोही। जिले में गोपीगंज कोतवाली में ऑटो चालक रामजी मिश्र की चार दिन पहले पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। इस मामले में आरोप लगा था कि रामजी की मौत पुलिस की पिटाई से हुई। घटना के बाद जब मामले ने तूल पकड़ा तो मुख्य आरोपी कोतवाल सुनील वर्मा को लाइन हाज़िर किया गया और उसके ख़िलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया गया। लेकिन अब इस मामले में पुलिस ख़ुद को क्लीन चिट देती नज़र आ रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर पूर्व मंत्री शाहगंज विधायक शैलेंद्र यादव 'ललई' और पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे। उन्होंने परिवार को ढाढस बंधाते हुए सांत्वना दी। इस दौरान मृतक रामजी मिश्रा की पत्नी और बेटियां लगातार यही कहे जा रही थीं कि पापा चिल्लाते रहे कि बचा लो.. बचा लो.. लेकिन कोई आगे नहीं आया। थाने में ही मर गए, अब बोल रहे हैं कि अस्पता में मरे हैं थाने में नहीं।



बेटी जिस तरह से रोते हुए कह रही थी उससे वहां मौजूद सभी की आंखों में आंसू आ गए। वह बार-बार सिर्फ यही कहे जा रही थी कि पापा मर गए, अब कोई आगे-पीछे नहीं है हमारे। अब हम कैसे जियेंगे, कहां जाएंगे छोटे-छोटे भाई-बहन को लेकर.


आपको बता दे भाजपा के ना कोई वरिष्ठ नेता ना मंत्री न तो डीएम और न ही एसपी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। सपा के पूर्व मंत्री ललई यादव व सुरेंद्र पटेल समेत कई वरिष्ठ नेतापीड़ित परिवार के घर पहुंचे और वहां परिजनों से मुलाकात की। विधायक ने कहा कि मामले की जांच कराकर दोषी पुलिस कर्मियो पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। हमारी पार्टी आर्थिंक मदद देंगी सरकार बनने पर एक नौकरी और बच्चों कों पढ़ाई कीं खर्च उठायेंगी। उन्होंने इस घटना से अखिलेश यादव शीर्ष नेतत्व को भी अवगत कराने की बात कही। सदन में इस मामलें कीं चर्चा करेंगे।




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