उत्तर प्रदेश

यूपी में पासपोर्ट आवेदकों को बड़ी खुशखबरी, एक अगस्त से लागू हो रही ये व्यवस्था

यूपी में पासपोर्ट आवेदकों को बड़ी खुशखबरी, एक अगस्त से लागू हो रही ये व्यवस्था
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पहले पुलिस 21 दिन में भी पासपोर्ट का सत्यापन नहीं कर पाती थी।

पासपोर्ट बनवाने वालों के लिए अब राहत भरी खबर सामने आ रही है क्योकि जो पुलिस 21 दिन में जांच पूरी करती थी अब उसको घटाकर 15 दिन कर दिया गया है इसमें देरी होगी तो पुलिस जिम्मेदार मानी जाएगी और उसका 100 रुपये प्रति पासपोर्ट नुकसान भी होगा। और ये नियम एक अगस्त से लागू हो रही है। इस व्यवस्था को अमलीजामा पहनाने के लिए पासपोर्ट जांच से जुड़े संबंधित लोगों को निर्देश दे दिया गया है। पासपोर्ट जांच में पुलिस को 150 रुपये मिलते हैं। अगर 15 दिन के अंदर यह जांच पूरी नहीं हुई तो 100 रुपये पुलिस के कट जाएंगे और सिर्फ 50 रुपये ही मिलेंगे। यही नहीं जांच में देरी से पुलिस की छवि खराब होगी। इतना ही नहीं देरी की वजह भी बतानी होगी।

प्रदेश के सभी थानों में एम पासपोर्ट पुलिस एप का लागिन व पासवर्ड दिया गया है। जिससे जांच के लिए फाइल की जगह ऑनलाइन व्यवस्था हो गई है। इससे इसमें समय काफी कम लगने लगा है। अभ्यर्थी के आवेदन व तय स्लाट पर पासपोर्ट कार्यालय में दस्तावेज जमा करने के कुछ घंटों बाद ही विभाग द्वारा पुलिस सत्यापन के लिए फाइल एसएसपी, एसपी को भेज दी जाती है। जहां से उसे संबंधित थाना और एलआईयू को भेज दिया जाता है। जहां से संबंधित थाना भी अब फाइल को आनलाइन ही सत्यापन के बाद सबमिट कर देता है। जिससे समय बचने लगा है।

गोरखपुर क्षेत्रीय पासपोर्ट सेवा केंद्र पर रोजना 700 पासपोर्ट के अप्वाइंटमेंट होते थे। लेकिन कोरोना के बाद यहां रोजाना बुक होने वाले स्लॉट घटाकर आधे 350 कर दिए गए हैं। ऐसे में इन दिनों पासपोर्ट हासिल करने के लिए यहां युवाओं को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। हालांकि इन 350 पासपोर्ट के अप्वाइंटमेंट में गोरखपुर के अलावा अन्य छह जिले महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, सिद्धार्थनगर, संतकरीबनगर व बस्ती भी शामिल है। गोरखपुर पुलिस इस समय 2000 से ज्यादा लोगों का हर महीने वेरिफिकेशन कर रही है।

पहले पुलिस 21 दिन में भी पासपोर्ट का सत्यापन नहीं कर पाती थी। गोरखपुर में ही बड़ी संख्या में आवेदन लंबित रहते थे। इसमें न सिर्फ भ्रष्टाचार का आरोप लगता था बल्कि पुलिस विभाग को भी काफी नुकसान होता था। ऑनलाइन एप आने के बाद से काफी सुधार हुआ है। अब 21 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट भेज दी जा रही है। यही वजह है कि अब समय को घटाकर 15 दिन किया जा रहा है। नोडल अधिकारी का कहना है कि एक अगस्त से पासपोर्ट जांच की व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है।


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