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- महामारी में ई-रिक्शा...
फैसल खान/बिजनौर
स्वास्थ्य महकमा व प्रशासन भले ही लाख दावे करे कोविड संक्रमण मरीज़ों के भर्ती होने व ऑक्सिजन मिलने के लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बया कर रही है तस्वीरों में दिख रही महिला को सरकारी अस्पताल न भर्ती किया और न ही इलाज किया जिसकी वजह से सड़क पर भटकती महिला ई-रिक्शा पर लेटी बीमार महिला निजी डॉक्टरों के चक्कर काट ती नज़र आ रही है लेकिन कोई भी एडमिट करने को तय्यार नही है।
ये तस्वीरे है बिजनोर शहर की जो आपको झकझोर कर रख देंगी ई रिक्शा पर लेटी महिला का नाम रेशमा है जो पिछले तीन दिन से बुखार व शरीर मे ऑक्सिजन की कमी को झेल रही है।रेशमा व उसके पति की माने तो ये सरकारी अस्पताल में भर्ती होने गई थी लेकिन न तो इन्हें भर्ती ही किया और न ही डॉक्टर ने देखा ही ऑक्सिजन भी नही मिल पाई।भीषण गर्मी में ई-रिक्शा पर लेटी रेशमा के ऑक्सिजन चल रही है।पति पत्नी निजी डाक्टर की तलाश में सड़कों की धूल फाँख रहे है कि किसी डॉक्टर का दिल पसीज जाए ताकि उसे अस्पताल में भर्ती कर ले लेकिन कोई भी रेशमा की सुध लेने के लिए कोई भी तय्यार नही है।ऑक्सिजन सिलंडर के सहारे रेशमा की सांसे चल रही है सिलंडर की ऑक्सीजन खत्म होने पर कही रेशमा की कुदरती दी हुई सांसे न थम जाए।