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शिक्षा विभाग से अंतिम दिन सेवा देकर शिक्षा मित्र खाली हाथ पहुँचा घर, योगी मोदी के वादे नहीं आए काम
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के नुरपुर शाहाबाद विकास खंड क्षेत्र के नरेन्द्र सिंह शिक्षामित्र का मंगलवार को अंतिम दिन था। यानी सेवानिवृत होना था सो गए लेकिन आज भी खाली हाथ घर पहुंचे थे। घर वालों ने उनका स्वागत सत्कार किया कि कम से कम आज से घर के काम तो देख लेंगे। लेकिन विभाग ने एक फूटी कौड़ी भी देना मुनासिब नहीं समझा।
नरेंद्र सिंह अब बीस वर्ष तक बेसिक शिक्षा विभाग में काम करके अपने घर चले गए। लेकिन उनको आज भी रोजना की तरह खाली हाथ ही जाना पड़ा। चूंकि अब तक तो 333 रुपये मिलते भी थे। अब नरेंद्र सिंह को वो भी नहीं मिलेंगे। आज नरेंद्र सिंह को 2017 का बीजेपी का वादा और 2018 का मोदी का वादा भी किसी काम नहीं आया। जबकि नरेंद्र सिंह ने अपना वादा पूरा किया था।
यानी अब भी समय है सरकार जल्द से जल्द अपना वादा पूरा करके शिक्षा मित्रों की जीवन में प्रकाश भर सकती है, अन्यथा यह जीवन इनका अंधकार मय ही रह जाएगा, शिक्षा मित्र लगातार सीएम योगी आदित्यनाथ से अनुनय विनय कर रहे है।
इस मौके पर मौजूद शिक्षा मित्र ने कहा कि आज मेरे साथी नरेंद्र सिंह का अंतिम दिवस हुआ। घोषणा-पत्र 17 के मुताबिक एक एक शिक्षामित्र को पक्की नौकरी देने की बात कही गई थी। अब बेसिक शिक्षा विभाग से शिक्षा मित्रों की विदाई शुरू हो चुका है।