बुलंदशहर

सुदीक्षा भाटी की कैसे हुई मौत, बुलंदशहर SSP ने बताई पूरी कहानी

Arun Mishra
16 Aug 2020 4:26 PM IST
सुदीक्षा भाटी की कैसे हुई मौत, बुलंदशहर SSP ने बताई पूरी कहानी
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एसआईटी की टीम ने आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूरी घटना का खुलासा किया.

बुलन्दशहर : अमेरिका में पढ़ने वाली होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी की मौत मामले में पुलिस को आखिरकार घटना के 5 दिन बाद सफलता मिल गई। एसआईटी की टीम ने आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया जबकि एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूरी घटना का खुलासा किया। पुलिस खुलासे में सामने आया कि सुदीक्षा की मौत महज सड़क हादसे में हुई थी जबकि पुलिस जांच में यह भी साफ हो गया कि सुदीक्षा के साथ छेड़छाड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई थी।

बुलन्दशहर पुलिस की गिरफ्त में खड़े ये दोनों लोग वही बुलेट राजा हैं जिन्हें सुदीक्षा का गुनहगार माना गया। मगर गिरफ़्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सड़क हादसे में सुदीक्षा की मौत हुई थी और इनके द्वारा सुदीक्षा के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं कि गई थी। बुलन्दशहर पुलिस अधिकारी भी दावा कर रहे हैं कि एसआईटी की जांच में भी छेड़छाड़ की कोई बात सामने नहीं आई है। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए एक बुलेट सवार आरोपी की उम्र लगभग 56 साल है और वह कांट्रेक्टर के यहां काम करता है। पुलिस के मुताबिक आरोपी 10 अगस्त को राज मिस्त्री राजू को लेकर काली बुलेट से निर्माणाधीन साइट पर जा रहा था। औरांगबाद चारोरा मुस्तफाबाद के पास उसकी बुलेट बाइक के सामने अचानक हरे रंग का ऑटो और भैंसा बुग्गी आ गई। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ और इस हादसे में सुदीक्षा की मौत हो गई।

पुलिस का दावा है कि मामला बहुचर्चित हो जाने से दीपक डर गया था और इसलिए उसने बुलेट को मॉडिफाइड करा दिया था। इतना ही नहीं किसी को शक न हो इसलिए दीपक ने टायर, सायलेंसर और जाट लिखी नम्बर प्लेट भी हटवा दी थी। पुलिस ने राजू और दीपक की निशानदेही पर मोडिफाइड बुलेट बाइक, सायलेंसर, हेलमेट, नंबर प्लेट और टायर बरामद कर लिए हैं।

सुदीक्षा भाटी की मौत सड़क हादसा था या कुछ और इस मामले की जांच के लिए एसआईटी की टीम का गठन किया गया था। एसआईटी प्रभारी सीओ सिटी दीक्षा सिंह ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल में कई अहम सुराग हाथ लगे। पुलिस की मानें तो सीसीटीवी फुटेस और सर्विलांस की मदद से पुलिस आरोपी बुलेट सवारों को पकड़ पाई। इनमें 56 साल का राजू मिस्त्री और दीपक चौधरी है।

जहां पुलिस ने घटना से जुड़े सभी प्रत्यक्षदर्शियों को मीडिया के सामने खड़ा किया तो वहीं 10 हज़ार 700 बुलेट खंगालने के बाद सुदीक्षा के गुनहगार बुलेट राजा को गिरफ़्तार कर लिया गया। पुलिस ने प्रेसवार्ता करते हए आरोपियों को जेल भेज दिया है,

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