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- प्रियंका गाँधी ने शहीद...
प्रियंका गाँधी ने शहीद की पत्नी से कही जब यह बात तो शहीद की पत्नी और प्रियंका हुई भावुक!
पूर्वांचल दौरे पर निकलीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को वाराणसी में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को पूराकर चंदौली के पुलवामा आतंकी हमले में शहीद सीआरपीएफ जवान अवधेश कुमार यादव के घर बहादुर पुर गांव पहुंची। शाम 4 बजकर 50 मिनट पर उनका काफिला पड़ाव चौराहे पर पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद कांग्रेसियों व स्थानीय नागरिकों को गाड़ी के अंदर से ही हाथ हिलाकर अभिवादन किया। बिना रुके उनका काफिला सीधे बहादुरपुर गांव में शहीद के घर पहुंचा।
शहीद के घर दाखिल होते ही प्रियंका गांधी ने सर्वप्रथम शहीद के पिता हरिकेश यादव व छोटे भाई बृजेश यादव से मुलाकात कर, अंदर पहुंचकर शहीद की मां मालती देवी व पत्नी शिल्पी यादव से मिलीं। उन्होंने शिल्पी यादव से कुछ बातचीत की, शहीद की मां की आंखों से लुढ़कते आंसुओं को पोछा व पत्नी से बातचीत के दौरान खुद की आंखों से छलकते दर्द को रोक नहीं पाईं।
उन्होंने कहा कि मात्र 19 साल की थी जब मेरे पिता भी शहीद हो गए थे। आपके दर्द को बखूबी समझ सकती हूं। उन्होंने ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के तत्काल बाद ही यहां आने की इच्छा थी लेकिन मैं नहीं चाहती कि मेरे आने को राजनीति से जोड़ा जाए। उन्होंने शहीद के परिजनों को खुद का व अपने निजी सचिव का मोबाइल नम्बर दिया साथ ही हमेशा खड़े रहने का आश्वासन भी दिया। प्रियंका ने शहीद की मां के हाथों पानी पिया और उनके आग्रह पर बर्फी का टुकड़ा भी खाया।
शहीद के पिता हरिकेश यादव ने प्रियंका गांधी को पत्रक सौंपा। उन्होंने ने शहीद के छोटे भाई बृजेश यादव को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की। उन्होंने ने बताया कि बहु व छोटे भाई दोनों के लिए नौकरी की मांग की थी लेकिन अब तक छोटे भाई को नौकरी नहीं मिली। प्रियंका गांधी ने पत्रक लेते हुए पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया।