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गोद ली हुई बेटी ने जब माँ को दी मुखाग्नि, तो गमगीन हो गया माहौल
अमित जायसवाल
चदौली। यूपी के चन्दौली में एक महिला, राजकुमारी की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गयी। वहीं सगा-संबंधियों ने साथ नही दिया तो एक बेटी ने बेटे का फर्ज अदा करते हुए तथा पुरानी रूढिय़ों और मान्यताओं को दरकिनार करते हुए अपने दिवंगत माँ की पार्थिव देह को मुक्तिधाम में मुखाग्नि दी।
आपको बता दें कि मृतका राजकुमारी ने बेटी मीनाक्षी को उस समय गोद लिया था जब वह महज 6 माह की थी और सड़क पर भटकती हुई मिली थी। जानकारी के मुताबिक राजकुमारी (51) वर्ष लंबी बीमारी के चलते सोमवार की देर रात मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के काली महाल स्थित आवास पर निधन हो गया। राजकुमारी काफी दिनों से बीमार चल रही थी।
राजकुमारी की कहानी कुछ इस तरह है कि सन 1990 में कोतवाली क्षेत्र के रौना गांव की मूल निवासी राजकुमारी देवी के पति सेना के जवान थे। सन 12/9/1990 में गांव में ही आपसी विवाद के समय दो पक्षों खूनी संघर्ष के दौरान पति दयाशंकर तिवारी की धाराहार हथियार से हत्या कर दी गई। पति की मौत के बाद राजकुमारी अपने 1 वर्ष के पुत्र रंजीत के साथ मुगलसराय मकान बनवाकर रहने लगी थी।
किस्मत की मारी राजकुमारी का पुत्र रंजीत तिवारी 25 वर्ष की आयु में बीमारी के कारण मौत हो गई। परिवार सगे संबंधियों ने साथ नहीं दिया तो राजकुमारी हर तरफ से टूट गई। कुछ दिन बाद वह डीडीयू नगर में भटकती मिली एक 06 माह की मासूम बेटी को अपना बेटी मानकर पालन-पोषण करने लगी। 17 साल की मीनाक्षी ने अंत समय में अपनी मां राजकुमारी को माणिका घाट पर मुखाग्नि दी।