चित्रकूट

बबली कोल का एनकाउंटर यूपी पुलिस ने किया, डाकू सोहन कोल ने किया खुलासा

Special Coverage News
25 Sep 2019 9:09 AM GMT
बबली कोल का एनकाउंटर यूपी पुलिस ने किया, डाकू सोहन कोल ने किया खुलासा
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ये हथियार जिसके पास होते थे, उन्हें ही नए गैंग का नया सरदार मान लिया जाता था। हमने उन हथियारों को बरामद किया है।

लखनऊ । मध्य प्रदेश पुलिस ने दावा किया था कि उसने एमपी-यूपी बॉर्डर एरिया में आतंक का पर्याय बन गए 6 लाख के इनाम डकैती बबली कोल का एनकाउंटर किया है परंतु अब उत्तरप्रदेश में गिरफ्तार हुए डाकू सोहन कोल ने स्वीकार किया है कि बबली और लवलेश की हत्या उसी ने की है।

डाकू सोहन कोल ने पत्रकारों के सामने आकर स्वीकारा

यूपी पुलिस के हत्थे चढ़े डकैत सोहन कोल ने साफ किया है कि दोनों डकैतों को उसने ही मारा है। यदि यूपी पुलिस के इस दावे को मान लें तो फिर यह भी मानना पड़ेगा कि मध्य प्रदेश पुलिस झूठ बोल रही है। हालांकि भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने भी इस एनकाउंटर पर सवाल उठाए थे। यूपी पुलिस ने हाल ही में एक लाख के इनामी डकैत सोहन कोल को गिरफ्तार किया है। उसी इनामी डाकू ने पत्रकारों को बताया कि उसने पहले लवलेश कोल की राइफल छीनी और उसे गोली मार दी। इसके बाद बबली कोल निहत्था हो गया और बाद में उसने उसे भी मार दिया। यूपी पुलिस के बड़े अफसर भी सोहन के दावे से इंकार नहीं कर रहे लेकिन खुलकर समर्थन की बजाय जांच की बात कह रहे हैं।

डीआईजी दीपक कुमार ने कहा: हथियार तो हमने बरामद किए हैं

चित्रकूट धाम परिक्षेत्र के डीआईजी दीपक कुमार कहते हैं, "मध्यप्रदेश पुलिस के दावे पर हम कुछ नहीं कह रहे, हम सिर्फ इतना बता रहे हैं कि हमने बबली कोल गैंग की मारक क्षमता को नष्ट किया है, उनके हथियारों जिनमें दो थर्टी स्प्रिंगफील्ड अमेरिकन राइफल समेत 3 राइफलें और 100 से अधिक कारतूस थे, हमने बरामद किए हैं। हमने दिखाया है कि यह परंपरागत हथियार जो यहां सक्रिय रहे ददुआ, ठोकिया, बलखड़िया के पास होते हुए बबली गैंग के पास आए थे। ये हथियार जिसके पास होते थे, उन्हें ही नए गैंग का नया सरदार मान लिया जाता था। हमने उन हथियारों को बरामद किया है। जहां तक सोहन कोल के बयान की बात है, हम उसके बयानों की जांच कर रहे हैं।"

एनकाउंटर हमने किया था, लाश एमपी पुलिस उठा ले गई: यूपी एसटीएफ

वहीं एंटी डकैती ऑपरेशन और यूपी एसटीएफ से जुड़े यूपी पुलिस के एक बड़े अफसर ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि "हमने अपनी बनाई 'रणनीति' के तहत बबली और लवलेश कोल को मार गिराया था लेकिन ऑपरेशन के अंतिम क्षणों में हमारा एक दूसरे से संपर्क 'टूट' गया, घने जंगलों में हमें शवों को ढूंढने में काफी देरी हुई और इस बीच मध्य प्रदेश पुलिस अपने नए दावे के साथ सामने आ गई। जबकि इससे पहले एमपी पुलिस के ही बड़े अफसरों ने यूपी पुलिस को सफल ऑपरेशन की बधाई दे डाली थी।"

हम अपने ऑपरेशन को रिव्यू कर रहे हैं

प्रयागराज जोन के एडीजी सुजीत पांडेय ने बताया कि "हमने बबली कोल गैंग के एक लाख के इनामी डकैत सोहन कोल को इस क्षेत्र में सक्रिय रहे गैंग के प्रमुख हथियार के साथ पकड़ लिया है। हम अपने ऑपरेशन को रिव्यू कर रहे हैं। जिससे फिर कोई नया गैंग न खड़ा हो जाए, क्योंकि इस इलाके का इतिहास रहा है कि जब भी कोई बड़ा डकैत मारा जाता है, तो बचे सदस्य नए नाम से नया गैंग बना लेते हैं। हम चाहते हैं कि 2 बचे डकैतों का भी जल्द सफाया कर दिया जाए।

यूपी एसटीएफ की साजिश का परिणाम

बबली कोल को किसने मारा के सवाल पर एडीजी ने कहा कि "सोहन कोल क्या कह रहा है, यह आप भी जानते हैं और मैं भी जानता हूं लेकिन मैं उस पर कुछ नहीं कहूंगा। हां उसके बयान की हम जांच जरूर करेंगे। वहीं जानकार बताते हैं कि यूपी एसटीएफ की रणनीति हमेशा कांटे से कांटा निकालने की रही है, वहीं दूसरे की सजी थाली को अपना बताने वाली एमपी पुलिस भी शुरुआती सुर्खियां बटोरने के बाद अब अपनी जगहंसाई करवा रही है।

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