उत्तर प्रदेश

सीएम योगी आज करेंगे बाल सेवा योजना का शुभारंभ, मिलेंगे ये लाभ

सीएम योगी आज करेंगे बाल सेवा योजना का शुभारंभ,  मिलेंगे ये लाभ
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बाल सेवा योजना के तहत मिलेंगे ये लाभ-11 से 18 वर्ष तक की उम्र के बच्चों के लिए कक्षा 12 तक की निःशुल्क शिक्षा के लिए अटल आवासीय विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में प्रवेश करवाया जाएगा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बाल सेवा योजना का शुभारम्भ दोपहर 12 बजे लखनऊ के लोकभवन में करेंगे। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहेंगी। यह योजना कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों के भरण पोषण, उनकी शिक्षा, चिकित्सा आदि की व्यवस्था के लिए शुरू की जा रही है। कोरोना से बेसहारा हुए जिले के 176 बच्चों की देखरेख कर रहे अभिभावकों के खातों में 22 जुलाई को एक साथ तीन महीने जुलाई, अगस्त और सितंबर की आर्थिक मदद के तौर पर 12-12 हजार रुपये पहुंच जाएंगे।

इसका लाइव प्रसारण गोरखपुर के एनेक्सी भवन में भी होगा। इसे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कार्यक्रम में जिले के सभी विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ प्रशासन व पुलिस समेत कुछ अन्य विभागों के भी अफसर मौजूद रहेंगे।

जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह ने बताया कि जिले में छह ऐसे बच्चें हैं जिनके माता-पिता, दोनों की कोरोन संक्रमण से मौत हो गई। बाकी 170 बच्चों में से किसी की मां तो किसी के पिता की कोरोना से जान चली गई। सरकार इन बच्चों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने के साथ ही उनके रहने-खाने और पढ़ाई की भी व्यवस्था करेगी।

ज्यादातर बच्चे अपने माता-पिता में से किसी एक के पास या फिर रिश्तेदार के पास हैं। विभाग इन सभी की निगरानी कर रहा है। उन्होंने बताया कि 22 जुलाई को मुख्यमंत्री, लखनऊ से इस योजना की शुरूआत करेंगे।

उसी समय सभी पीड़ित बच्चों के अभिभावकों के खाते में चार हजार रुपये प्रति माह के हिसाब से तीन महीने की एक साथ 12 हजार रुपये की आर्थिक सहायता भेज दी जाएगी। जल्द ही कोरोना से निराश्रित महिलाओं को भी मदद मिलने की उम्मीद है। उन्हें उनकी योग्यता के आधार पर रोजगार दिया जाएगा।

बाल सेवा योजना के तहत मिलेंगे ये लाभ

11 से 18 वर्ष तक की उम्र के बच्चों के लिए कक्षा 12 तक की निःशुल्क शिक्षा के लिए अटल आवासीय विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में प्रवेश करवाया जाएगा। प्रदेश सरकार ऐसी विवाह योग्य बालिकाओं की शादी के लिए एक लाख एक हजार रूपये का आर्थिक सहयोग करेगी। उक्त श्रेणी के तहत आने वाले कक्षा नौ या इससे ऊपर की कक्षाओं या फिरव्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कररहे 18 वर्ष तक के बच्चों को टैबलेट या लैपटाप दिये जाएंगे। बालिगहोने तक बच्चों की चल-अचल संपत्ति की कानूनी सुरक्षा। अब तक प्रदेश में 240 ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता दोनों की और 3810 बच्चे ऐसे चिन्हित हुए हैं जिनके माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु कोरोना के कारण हुई है।

सरकारी प्रवक्ता के अनुसार 18 वर्ष की उम्र तक के ऐसे बच्चे जिनके माता या पिता अथवा दोनों की मृत्यु कोरोना से हो गई हो, इन बच्चों को प्रदेश सरकार की ओर से चार हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा। ऐसे बच्चे जो पूरी तरह अनाथ हो गये हैं और बाल कल्याण समिति के आदेश से उन्हें बाल्य देखभाल संस्थाओं में भेजा जाएगा।



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