- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- अक्तूबर से इन पांच...
अक्तूबर से इन पांच जिलों से निकलेगी कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्राएं, तय हुआ रूटमैप
कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी अपने यूपी दौरे के दूसरे दिन भी कौल हाउस से बाहर नहीं आई और यहीं पर कई बैठकें कर आगे की रणनीति तय की। बैठकों में पांच प्रतिज्ञा यात्राओं के रूटमैप पर मंथन किया गया। अक्तूबर के दूसरे सप्ताह से प्रतिज्ञा यात्रा की शुरुआत हो सकती है। बुधवार को लखनऊ मंडल के पदाधिकारियों से मुलाकात कर सकती हैं।
प्रियंका गांधी के पिछले दौरे पर यात्राएं निकालने पर निर्णय लिया गया था। ये यात्राएं अयोध्या से गोरखपुर-बनारस, आगरा से बलरामपुर, झांसी से लखनऊ, सहारनपुर से मेरठ-लखनऊ और प्रयागराज से कानपुर तक निकाली जाएंगी। इसके अलावा 100 विधानसभाओं में स्थापित होने वाले वाररूम की तैयारियों को भी परखा गया।
सूत्रों के मुताबिक, इन यात्राओं का जिम्मा पांच से आठ नेताओं की टीम को दिया जाएगा। इन नेताओं के नाम उस क्षेत्र की जातिगत समीकरणों को देखते हुए तय किए जाएंगे। इन यात्राओं के बीच में जनसभाओं का आयोजन भी होगा और इनमें प्रियंका गांधी मौजूद रहेंगी।
झांसी से निकलने वाली यात्रा का जिम्मा प्रदीप आदित्य जैन, सहारनपुर से निकलने वाली यात्रा का जिम्मा नसीमुद्दीन सिद्दीकी को दिया जा सकता है। इसके साथ ही वरिष्ठ नेताओं प्रमोद तिवारी, पीएल पुनिया, राजेश मिश्र, राजा रामपाल, भगवती चौधरी आदि को भी इन यात्राओं का जिम्मा सौंपा जाएगा। आखिरी जनसभा का आयोजन लखनऊ में किया जाएगा। माना जा रहा है कि 19 नवंबर को इंदिरा गांधी की जयंती पर लखनऊ में जनसभा की जा सकती है।
प्रियंका गांधी के प्रदेश मुख्यालय पर पहुंचने की अटकले लगाई जाती रहीं। कई नेता यहां से कौल हाउस तक टिकट पाने की जुगत में चक्कर लगाते नजर आए। कौल हाउस के बाहर सुरक्षा कर्मियों के कारण उनका अंदर जाना संभव नहीं हुआ तो वे वापस मुख्यालय पर प्रतीक्षा करते नजर आए। शाम पांच बजे तक न आने पर ही यहां भीड़ छंटी।